जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर वोट के बदले स्कार्पियो का आफर, दावत के बहाने थाह लेने की कोशिश

जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर अंदर-अंदर खेमेबाजी शुरू हो गई है। अलग-अलग गोलबंदी कर अपने लोगों को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाना चाह रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के साथ जुड़े रहने वाले मठाधीश अपनी गोटी बैठाने में लगे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 01:12 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 01:12 PM (IST)
जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर वोट के बदले स्कार्पियो का आफर, दावत के बहाने थाह लेने की कोशिश
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर अंदर-अंदर खेमेबाजी शुरू हो गई है।

वाराणसी, जे. पी. पांडेय। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर अंदर-अंदर खेमेबाजी शुरू हो गई है। अलग-अलग गोलबंदी कर अपने लोगों को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाना चाह रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के साथ जुड़े रहने वाले मठाधीश अपनी गोटी बैठाने में लगे हैं। वहीं, राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोग निर्दल जिला पंचायत सदस्यों को अपने पाले में लेना चाह रहे हैं। अंदर खाने में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के दावेदार एक वोट के बदले स्कार्पियो का आफर कर रहे हैं। कुछ को स्कार्पियो के अलावा पैसा भी दे रहे हैं। इसको लेकर अलग-अलग स्थानों पर बैठक के साथ दावत शुरू हो गए हैं। 

पंचायत चुनाव में किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिले हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद काबिज हो सके। सभी राजनीतिक पार्टियां जो आंकड़े पेश कर रही हैं या जिला पंचायत सदस्य की संख्चा उतनी नहीं है। जीते जिला पंचायत सदस्य भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। वे सभी को हंसकर एक ही जवाब दे रहे हैं, हम कहां जाएंगे, जो आप कहिएगा वही होगा। दबी जुबान में जिला पंचायत सदस्य को आफर तक कर रहे हैं। कह रहे हैं, कब तक पैदल रहबा, अब चुनाव जीत गइला। परिवार क खुशी भी देखा। परिवार के कहीं आवे-जाए में दिक्कत न हो, व्यवस्था हो जाय।

वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी करने वाले और उनके करीबी जिला पंचायत सदस्यों से संपर्क करने के साथ वोट देने की बात कह रहे हैं। वोट के बदले लग्जरी कार संग पैसा देने की बात कर रहे हैं। उन्हें बुलाकर दावत तक दे रहे हैं। भरोसा दिला रहे हैं कि अध्यक्ष बनने के साथ आपका कोई काम नहीं रूकेगा। क्षेत्र में विकास कराएंगे तो अगली बार जनता वोट देगी। कुछ जिला पंचायत सदस्य ऐसे लोगों से मिलना नहीं चाह रहे। वे अपने मोबाइल बंद कर दिए हैं। घर आने पर कहवा रहे बीमार हूं। बाद में मुलाकात होगी।

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