बलिया जिले में खतरा निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर हुई सरयू, सहमे तटवर्ती लोग

जनपद में गंगा और सरयू दोनों नदियाें को बढ़ाव जारी है। कई स्थानों पर सड़कों पर पानी चढ़ने लगा है। इससे आवागमन भी बाधित हो सकते हैं। बिल्थरारोड में खतरा निशान 64.01 को पार कर सरयू नदी का जलस्तर 64.130 मीटर पर पहुंच चुका है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:30 AM (IST)
बलिया जिले में खतरा निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर हुई सरयू, सहमे तटवर्ती लोग
यहां सरयू खतरा निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर बह रहीं हैं।

बलिया, जेएनएन। जनपद में गंगा और सरयू दोनों नदियाें को बढ़ाव जारी है। कई स्थानों पर सड़कों पर पानी चढ़ने लगा है। इससे आवागमन भी बाधित हो गया है। बिल्थरारोड में खतरा निशान 64.01 को पार कर सरयू नदी का जलस्तर 64.130 मीटर पर पहुंच चुका है। यहां सरयू खतरा निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। मंगलवार को सुबह आठ बजे गायघाट में गंगा का जलस्तर 53.130 मीटर दर्ज किया गया। गंगा ने 24 घंटे में यहां भी 0.16 सेमी बढ़ाव किया है जो खतरा बिंदु 57.615 मीटर से 4.485 मीटर नीचे है। सरयू नदी का जल स्तर चांदपुर में 57.53 दर्ज किया गया। 24 घंटे में सरयू ने यहां 0.17 सेमी बढ़ाव किया है जो खतरा बिंदु 58.00 मीटर से मात्र 0.47 सेमी नीचे हैं। लंबे समय के बाद जून में बाढ़ की स्थिति बनते देख सभी लोग परेशान है। किसानों का कहना है कि इससे खरीफ की खेती प्रभावित होगी। आसपास के इलाकोें में सब्जी की खेती किए किसानों की फसल भी डूबने लगी है।

सड़क तक पहुंचा पानी, शुरू हुई तबाही

स्थानीय क्षेत्र में सरयू का पानी सड़क तक पहुंच गया है, इससे सरयू घाट की ओर जाने वाले मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। नदी को पार कर इसी मार्ग से लोग बिहार जाते थे। अब लोग छोटी नाव से जान जोखिम में डाल कर घाट पर पहुंच रहे हैं। सड़क पर पानी लगने की सूचना पर एसडीएम अभय कुमार सिंह ने मंगलवार की सुबह ही मौका मुआयना किया और संबंधित लेखपालों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा मौके पर मौजूद नाविकों को क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने की हिदायत दी।

टीएस बंधा को पहुंच सकता है नुकसान

स्थानीय क्षेत्र में तीन दिनों में सरयू 45 सेमी बढ़ी हैं। इससे टीएस बंधा के डेंजर जोन तिलापुर में खतरा मंडराने लगा है। यहां 650 मीटर की लंबाई में 11.69 करोड़ की लागत से तट बंध की सुरक्षा के लिए पांच फरवरी से कार्य चल रहा है, लेकिन विभाग और ठेकेदार की लापरवाही से कार्य अधूरा रह गया। इस स्थिति में टीएस बंधा को नुकसान पहुंच सकता है। कटानरोधी कार्य 15 जून तक हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश थे लेकिन स्लोप व पीचिंग कार्य ही हो पाया है।

chat bot
आपका साथी