आजमगढ़ में सरयू नदी 24 घंटे में 11 सेंटीमीटर घटीं, प्रशासन फिर भी अलर्ट
उफनाती सरयू ने अपना दायरा समेटना शुरू कर दिया है। 24 घंटे मे नदी के जलस्तर में 11 सेंटीमीटर की कमी आई है। गांव में जा घुसे पानी के उतरने से ग्रामीण राहत महसूस करने लगे हैं। हालांकि कटान का खतरा अब भी है।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। उफनाती सरयू ने अपना दायरा समेटना शुरू कर दिया है। 24 घंटे मे नदी के जलस्तर में 11 सेंटीमीटर की कमी आई है। गांव में जा घुसे पानी के उतरने से ग्रामीण राहत महसूस करने लगे हैं। हालांकि कटान का खतरा अब भी बने रहने से कई तरह की दुश्वारियां अब भी मुंह बाए खड़ी हैं।
जनपद के उत्तर दिशा में प्रवाहित सरयू नदी एक सप्ताह पूर्व बनबसा बैराज से सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से उफान मारने लगी थी। शनिवार तक नदी की लहरें अपने पूरे चरम पर थीं। डिघिया नाले पर घाघरा नदी खतरा बिंदु से 59 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। जबकि बदरहुआ नाले पर खतरा बिंदु 71.68 सेमी खतरा बिंदु को छूती हुई प्रवाहित हो रही थी। रविवार को स्थिर होना गया और सोमवार से घटाव शुरू हो गया। मंगलवार को बदरहुआ नाले का जलस्तर एक 11 सेंटीमीटर घटकर 71. 57 पर चला गया। जबकि डिघिया नाले पर नदी घटकर 70.91 सेंटीमीटर पर पहुंच गई है। जलस्तर घटने से देवारा के लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन दुश्वारियां अब भी बरकरार हैं। चक्की, हाजीपुर, देवारा खास राजा का दो पुरवा, सोनौरा ग्राम सभा के दो पुरवा, औघड़गंज और सेमरी के तीन तीन पुरवा सहित लगभग 25 गांव की बस्तियां पानी से चौतरफा पानी घिरी हुई हैं। इससे लोगों को काफी दिक्कत हो रही है।
मकान के इर्द गिर्द जमीन कटने से लोग परेशान हैं
मकान के इर्द गिर्द जमीन कटने से लोग परेशान हैं। देवारा के लोग परेशानियां झेल रहे हैं लेकिन अभी तक प्रशासन को जो इंतजाम करना चाहिए था हो नही पाया है । प्रभारी तहसीलदार विनय प्रभाकर ने बताया कि प्रभावित गांवों में नाव तैनात कर दी गई है। बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया गया है ।राजस्व की टीमें भी बाढ़ क्षेत्र में सक्रिय हैं। आवश्यकतानुसार गांव मे नाव, राशन ,जैकेट, प्रकाश सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।