वाराणसी में बेमियादी धरने पर बैठे संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के छात्र, मान्यता के अभाव में नहीं हो सकी परीक्षाएं

संतुष्टि आयुर्वेदिक कालेज छात्रों ने बुधवार को सुंदरपुर स्थित संतुष्टि हास्पिटल के सामने धरना प्रदर्शन किया। शुल्क वापसी व दूसरे कालेज में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर बेमियादी धरने पर बैठे गए हैं। इस दौरान छात्र बीच-बीच मेें नारेबाजी भी किए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 10:25 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 10:25 PM (IST)
वाराणसी में बेमियादी धरने पर बैठे संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के छात्र, मान्यता के अभाव में नहीं हो सकी परीक्षाएं
छात्रों ने बुधवार को सुंदरपुर स्थित संतुष्टि हास्पिटल के सामने धरना प्रदर्शन किया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। मान्यता के फेर में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध तीन मेडिकल कालेजों के बीएएमएस (सत्र-2018-19) बैच के छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। विद्यापीठ प्रशासन इन कालेजों के छात्रों की परीक्षा अब तक नहीं कराई है। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन अन्य कालेजों के छात्रों की परीक्षाएं कराने की तैयारी में जुटा हुआ है। इसे लेकर मेडिकल कालेजों के छात्रों में रोष है। इस क्रम संतुष्टि आयुर्वेदिक कालेज छात्रों ने बुधवार को सुंदरपुर स्थित संतुष्टि हास्पिटल के सामने धरना प्रदर्शन किया। शुल्क वापसी व दूसरे कालेज में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर बेमियादी धरने पर बैठे गए हैं। इस दौरान छात्र बीच-बीच मेें नारेबाजी भी कर किए।

छात्रों के आक्रोश को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस फोर्स भी बुला थी। पुलिस प्रशासन ने देरशाम तक छात्रों को समझाने-बुझाने में जुटे रहें लेकिन छात्र अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं। काशी विद्यापीठ से छह आयुर्वेद कालेज सम्बद्ध हैं। सीसीआइएम से मान्यता न होने के कारण डा. विजय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (कैथी), संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चुनार) व अपेक्स आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चुनार) के 2018-19 बैच के छात्रों की परीक्षाएं विश्वविद्यालय अब तक नहीं कराया। जबकि तीन अन्य कालेजों प्रथम व्यावसायिक की परीक्षाएं हो चुकी हैं। इस मुद्दे पर विश्वविद्यालय और जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं। यही नहीं छात्र कोर्ट-कचहरी का भी चक्कर लगा रहा है। इसके बावजूद कोई राहत न मिलने से क्षुब्ध छात्र एक बार फिर सड़क तर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य हो रहे हैं। संतुष्टि के छात्रों का दावा है कि मान्यता न होने के बावजूद हम लोगों से अब तक शुल्क के नाम पर चार-चार लाख रुपये वसूला जा चुका है। यही नहीं परीक्षा न होने से तीन साल का समय भी बर्बाद हो चुका है। विद्याॢथयों का कहना है कि परीक्षा कराने की मांग को लेकर हम लोग कालेज प्रबंधन से लगायत काशी विद्यापीठ के कुलपति व कुलसचिव, डीएम तक से गुहार लगा चुके हैं। सिर्फ कोरा आश्वासन मिल रहा है। कहा कि परीक्षा होगी या नहीं यह भी कोई बताने वाला नहीं है।

कोर्ट के फैसला आने का इंतजार करना चाहिए

मान्यता के लिए प्रकिया चल रही है। वहीं यह प्रकरण कोर्ट में लंबित है। कई बार डेट मिली लेकिन किन्हीं न किन्हीं कारणों से सुनवाई अब तक नहीं हो सकी है। अगस्त में फिर डेट लगी है। ऐसे में जल्द ही राहत मिलने की संभावना है। उधर छात्र भी कोर्ट में गए हैं। ऐसे में उन्हें कोर्ट के फैसला आने का इंतजार करना चाहिए।

-डा. रितु गर्ग, डायरेक्टर, संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज

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