संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय : डिजिटल प्लेटफार्म पर प्राच्य विद्या की स्लेट एप से होगी पढ़ाई

कोरोना महामारी ने पठन-पाठन की परंपरागत धारा की बदल दी है। इस क्रम में प्राच्य विद्या का प्रमुख केंद्र संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय भी अब डिजिटल प्लेटफार्म पर आ चुका है। संस्कृत विश्वविद्यालय में स्लेट एप के आनलाइन क्लास शुरू होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 06:10 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 06:10 PM (IST)
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय : डिजिटल प्लेटफार्म पर प्राच्य विद्या की स्लेट एप से होगी पढ़ाई
संस्कृत विश्वविद्यालय में स्लेट एप के आनलाइन क्लास शुरू होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी ने पठन-पाठन की परंपरागत धारा की बदल दी है। इस क्रम में प्राच्य विद्या का प्रमुख केंद्र संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय भी अब डिजिटल प्लेटफार्म पर आ चुका है। ऐसे में अब स्लेट (स्ट्रैटेजनिक लर्निंग अप्लिकेशन फ़ॉर ट्रांसफार्मेटिव एजुकेशन) एप के माध्यम से आनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया है। एक ऐसा डिजिटल प्लेटफार्म है जहां विश्वविद्यालय के शिक्षक न केवल क्लास पढ़ा सकते हैं बल्कि अटेंडेंस लेने से असाइनमेंट जमा करने तक सभी काम कर सकते हैं।

यह एप लखनऊ विश्वविद्यालय ने स्वयं विकसित किया है। स्लेट एप आनलाइन कक्षाओं के साथ ऑनलाइन टेस्ट भी कराया जा सकता है। विद्यार्थी ऑनलाइन एसाइनमेंट जमा कर सकते हैं। यही नहीं विद्यार्थियों की उपस्थिति भी प्रमाणित करने भी एप सक्षम हैं। खास बात यह है कि स्लेट एप के सफेद बोर्ड पर ऑनलाइन क्लास के साथ वेबिनार भी आयोजित किए जा सकते हैं। मोबाईल फोन ही नहीं कंप्यूटर, लैपटॉप के माध्यम से भी जुड़ा जा सकता है। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के पास जब संस्कृत विश्वविद्यालय के भी वीसी का भी अतिरिक्त चार्ज था। तब उन्होंने संस्कृत विश्वविद्यालय में भी इस एप के माध्यम से आनलाइन क्लास चलावने की इच्छा जाहिर की थी। इस बीच राजभवन ने प्रो. हरेराम त्रिपाठी को संस्कृत विश्वविद्यालय के स्थायी कुलपति के रूप में नियुक्ति कर दिया।

ऐसे में यह योजना दो माह से ठंडे बस्ते में चली गई थी। कुलपति प्रो. हरेराम 20 जुलाई को राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल से मिलने राजभवन गए थे। इस दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय और संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरे राम त्रिपाठी के ने लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम स्लेट को लेकर मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग अर्थात समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। ऐसे में अब संस्कृत विश्वविद्यालय में स्लेट एप के आनलाइन क्लास शुरू होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। लखनऊ विवि के अध्यापक इस संबंध में जल्द ही संस्कृत विवि के अध्यापकों को इस एप का प्रशिक्षण भी देंगे ताकि उन्हें पढ़ाने में कोई असुविधा न हो।

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