वाराणसी में ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा कोरोना काल में किये गये योगदान की सराहना

इन चिकित्सकों के पास प्रायः बड़ी डिग्री नही होती लेकिन इनका विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज करने का अनुभव कही बहुत ज्यादा है और यही कारण था कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इन चिकित्सकों ने ग्रामीण क्षेत्र में हजारों लोगों की जान बचाई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 04:40 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 04:40 PM (IST)
वाराणसी में ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा कोरोना काल में किये गये योगदान की सराहना
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इन चिकित्सकों ने ग्रामीण क्षेत्र में हजारों लोगों की जान बचाई।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल मे उल्लेखनीय सेवा प्रदान करने वाले 40 ग्रामीण चिकित्सकों को चिन्हित करके सामाजिक संस्था 'आशा ट्रस्ट' द्वारा "कोरोना योद्धा सम्मान" किया गया। मंगलवार को राजातालाब कस्बे के संपूर्णा लॉन में ट्रस्ट द्वारा मनरेगा मजदूर यूनियन द्वारा चयनित किये गये क्षेत्र के 40 चिकित्सकों को सम्मान पत्र के साथ ही उन्हें 'स्वास्थ्य रक्षक किट' भी प्रदान की किया गया।किट में आक्सीमीटर, थर्मामीटर, थर्मल स्कैनर, वेपोराइजर, फेस शील्ड,ग्लब्स , मास्क तथा उपयोगी दवाएं जिसका चिकित्सा के दौरान प्रयोग किया जा सके।

कार्यक्रम का संयोजन कर रहे मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठोर ने कहा कोरोना संकट की दूसरी लहर के दौरान गांव गांव में चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों का बहुत ही सराहनीय और उल्लेखनीय योगदान रहा, जब सरकारी अस्पतालों और बड़े अस्पतालों में बेड और आक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ था उस समय दूर दराज गांवों में चिकित्सक जनों ने बड़े ही जिम्मेदारी से पीड़ित और संक्रमित लोगों को चिकित्सा सुलभ करायी। इन चिकित्सकों के पास प्रायः बड़ी डिग्री नही होती लेकिन इनका विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज करने का अनुभव कही बहुत ज्यादा है और यही कारण था कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इन चिकित्सकों ने ग्रामीण क्षेत्र में हजारों लोगों की जान बचाई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि महेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में सेवा कर रहे निजी चिकित्सकों ने महामारी के दौर में मानवता की सेवा की मिसाल कायम की है, उन्हें प्रोत्साहित किये जाने की आवश्यकता है, इससे उनमे भविष्य में और बेहतर सेवा करने का आत्मविश्वास जगेगा।

आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा ग्रामीण चिकित्सकों को आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के उपयोग का प्रशिक्षण दिए जाने की जरूरत है जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर वे और अच्छी सेवा दे सकें।उन्होंने कहा कि देश में सभी को बेहतर स्वास्थ्य के अधिकार के लिए जन आंदोलन की आवश्यकता है ,जिसमे प्रति 1000 की आबादी पर न्यूनतम आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग हो।

कार्यक्रम के दौरान कोरोना अवधि में अपनी जान जोखिम में डाल कर पत्रकारिता की जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले ग्रामीण पत्रकारों का भी स्वास्थ्य सुरक्षा किट एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रेनु पटेल, विनय सिंह, नेहा जायसवाल, अजय कुमार, अली हसन, प्रियंका, निशा, पूजा, रीना, मुस्तफा, श्रद्धा, आदि शामिल रहे।

सम्मानित किये गये चिकित्सगण में डॉ. जे.पी.पाल, पवन गुप्ता, प्यारेलाल, नागेश श्री, रामबली, रामदुलार,दशरथ, राजनाथ, अजय कुमार, प्रकाश कुमार, कल्लू प्रसाद यादव, विश्वास चंद्र, हंसराज, दयाराम, आर.के. पाल, ऋतु प्रिया सिंह, लालजी, लोहा सिंह, बाबूलाल, छविनाथ, लक्ष्मी शंकर यादव, धर्मा देवी प्रमुख रूप से रहे।

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