सोनभद्र में प्रसूता की मौत से भड़के परिजनों का निजी अस्पताल में हंगामा

परिजनों ने मौत के बाद अस्‍पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। सामान्य प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव से हालत बिगड़ने पर जिला मुख्यालय ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी। मौत के बाद परिजनों ने आक्रोशित होकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस को सूचना दी गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 09:33 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 09:33 AM (IST)
सोनभद्र में प्रसूता की मौत से भड़के परिजनों का निजी अस्पताल में हंगामा
परिजनों ने मौत के बाद अस्‍पताल में हंगामा खड़ा कर दिया।

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। जिले में स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं का हाल हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। पूर्व में भी गर्भवती महिलाओं की स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं को लेकर दुश्‍वारियां विवाद का सबब बनती रही हैं। इसी कड़ी में रविवार को भी एक मामला सामने आया जब आक्रोशित परिजनों ने मौत के बाद अस्‍पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। सामान्य प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव से हालत बिगड़ने पर जिला मुख्यालय ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी। मौत के बाद परिजनों ने आक्रोशित होकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस को सूचना दी गई। 

दुद्धी तहसील मुख्यालय पर संचालित एक निजी चिकित्सालय में रविवार को तड़के एक 25 वर्षीय प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इसकी जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस भड़के परिजनों को किसी तरह शांत कराकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के डूमरडीहा गांव निवासी गर्भवती शफीकुनिशां (25) पत्नी जमालु को शनिवार को दर्द होने पर नगर के विभा हॉस्पिटल में स्वजनों द्वारा भर्ती कराया गया। देररात महिला ने सामान्य प्रजनन क्रिया के तहत शिशु को जन्म दिया। बताया गया कि देररात तक महिला का रक्तस्राव नही रुका,तो हॉस्पिटल स्टाफ महिला को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

वहां एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे स्वजनों को उस वक्त काठ मार दिया, जब चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। रोते बिलखते स्वजन बच्चे को उसी हॉस्पिटल में भर्ती कर महिला के शव लेकर रविवार को तड़के दुद्धी स्थित हॉस्पिटल पहुंचे। यहां हॉस्पिटल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाने लगे। सुबह सवेरे हॉस्पिटल में हंगमा की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक राघवेंद्र सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोज कुमार, कस्बा इंचार्ज विमलेश सिंह आदि दल बल के साथ पहुंच कर हंगामा मचा रहे लोगों को किसी तरह शांत कराकर शव को कब्जे में लिया।

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