मीरजापुर में एक्सिस बैंक से चोरी हुए बंधन बैंक के 35 लाख रुपये बरामद, एमपी के राजगढ़ में मिले रुपये

मीरजापुर के कटरा कोतवाली के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक से गत दिनों चोरी हुए 50 लाख रुपये की घटना का पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश कर दिया। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जनपद स्थित कड़ियासासी गांव के छह किशोर व युवकों ने रुपये चुराए थे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 08:31 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 08:31 PM (IST)
मीरजापुर में एक्सिस बैंक से चोरी हुए बंधन बैंक के 35 लाख रुपये बरामद, एमपी के राजगढ़ में मिले रुपये
मीरजापुर में एक्सीस बैंक से चोरी हुए रुपये को बरामद करने के बाद पत्रकारों को जानकारी देते एसपी।

मीरजापुर, जेएनएन। कटरा कोतवाली के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक से गत दिनों चोरी हुए 50 लाख रुपये की घटना का पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश कर दिया। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जनपद स्थित कड़ियासासी गांव के छह किशोर व युवकों ने रुपये चुराए थे। उनके गांव स्थित एक जंगल में दबिश देेने पर आरोपित 15 लाख रुपये लेकर फरार हो गए जबकि 35 लाख रुपये मौके से बरामद किया गया। आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मंगलवार को पुलिस लाइन में प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि रेडिएंट कैश मैनेजमेंट सर्विस के कर्मचारी सूर्यजीत निवासी भोड़सर मीरजापुर, आठ जून को बेलतर स्थित एक्सिस बैंक में एलआइसी और बंधन बैंक का एक करोड़ छह लाख रुपये जमा करने आए थे। बैंक का कैशियर एक बैग में एलआइसी के रखे 31 लाख रुपये को जमा कर रहा था। इसी बीच वहां बंधन बैंक के रखे 50 लाख रुपये से भरे बैग को उसके पीछे मौजूद एक युवक लेकर फरार हो गया था। इसके संबंध में कटरा कोतवाली में अज्ञात चाेरों के खिलाफ चोरी का मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। इस मामले में एएसपी नगर संजय वर्मा की देखरेख में क्षेत्राधिकारी नगर प्रभात राय के नेतृत्व में स्वाट टीम के रामस्वरुप वर्मा, सर्विलांस के मिथलेश यादव, एसओजी के अजय यादव तथा कटरा कोतवाल स्वामीनाथ और मुकेरी बाजार चौकी प्रभारी जितेंद्र सरोज की टीम को आरोपितों को पकड़ने के लिए लगाया गया।

टीम ने एक्सिस बैंक के अंदर व बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो रुपयों से भरा बैग ले जाने वाले आरोपितों की शिनाख्त हुई। आरोपित मध्य प्रदेश स्थित राजगढ़ जनपद के कड़ियासासी गांव के रहने वाले हैं। टीम संयुक्त रूप से मध्य प्रदेश पहुंचकर राजगढ़ के वोड़ा थाना की पुलिस की मदद से आरोपितों के संबंध में जानकारी की। इसमें एक आरोपित की पहचान कोकोसासी और दूसरे की कबीरसासी के रूप में पहचान हुई। आरोपितों की शिनाख्त होने पर उनके गांव के एक जंगल में दबिश दी गई तो आरोपित पुलिस को देख फरार हो गए। उनके ठिकाने की तलाश की गई तो एक बैग में 500 रुपये की 66 गड्डी तथा 200 रुपये की 10 गड्डी समेत कुल 35 लाख रुपये मिले। इस पर बैंक की पर्ची लगी हुई थी। टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है।

ऐसे लगा सुराग

एक्सिस बैंक से रुपये लेकर भागने वाले आरोपितों का सुराग लगाने के लिए पुलिस ने सीसी टीवी कैमरे को खंगाला जिसमें आरोपितों की फोटो सामने आई। इसके अलावा सर्विलांस की मदद ली तो गई मध्य प्रदेश जनपद के तीन मोबाइल नंबर का लोकेशन उस दिन बेलतर बैंक के पास मिला। उनका रिकार्ड खंगाला गया तो मध्य प्रदेश के राजगढ़ जनपद के कड़ियासासी गांव में मिला। पुलिस बस इन्हीं तीनों नंबरों को ट्रेस करते हुए उनके पास पहुंच गई। राजगढ़ जनपद के वोड़ा थाने की पुलिस को उनकी फोटो दिखाई तो पुलिस ने थाने में इनामी रहे दो चोरों कबीरसासी व कोकोसासी की तत्काल पहचान कर ली। इससे पुलिस का काम आसान हो गया और उनके घर पर दबिश देना शुरू कर दिया।

तीनों बदमाश हुए फरार

बैंक से रुपये लेकर भागे तीनों बदमाश मोटर साइकिल से रतनगंज पहुंचे। वहां पर एक चोर चार पहिया वाहन लेकर पहले से ही खडा था, जिसमें रुपये लेकर भागने वाला आरोपित लालगंज गया। वहां से एक ट्रक में सवार होकर मध्य प्रदेश गया जिससे उस पर कोई शक नहीं करें। वहीं दोनों एक स्थान पर बाइक खड़ी करके दूसरे चार पहिया वाहन से मध्य प्रदेश गए।

\Bनगर के एक होटल में तीन दिन से रुके थे आरोपित\B

नगर के एक होटल में आरोपित तीन दिन तक रूककर बैंक से रुपये लेकर भागने के लिए रेकी कर रहे थे। जैसे ही उनको मौका मिला वे रुपये लेकर आठ जून को फरार हो गए।

\B18 साल से कम उम्र के हैं चोर\B

बैंक से रुपये लेकर भागने वाले सभी आरोपित 18 साल से कम है। वे इस तरह के वारदात को अंजाम देने में माहिर हैं। इसके लिए उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है। इस घटना में कबीरसासी मुख्य आरोपित है। इसके अलावा पांच अन्य आरोपित हैं ।

\Bघटना में छह लोग शामिल\B

बैंक का रुपया उड़ाने से पहले आरोपितों ने पांच दिन तक बंधन बैंक की रेकी थी। पता लगाया था कि इस बैंक का रुपया कहां से आता है और जमा करने के लिए कहां जाता है। रेकी के दौरान देखा था कि किस वाहन से रुपये जाते हैं। उसके साथ कौन-कौन लोग आते-जाते हैं। उनकी सुरक्षा क्या है। बैंक में ले जाने के बाद किस तरह से रुपये जमा करते हैं। इन सब की रेकी करने के बाद रुपये लेकर भागने वालों को अंदर भेजा गया। इस घटना में कुल छह लोग शामिल थे।

\Bगांव का प्रधान करता है आरोपितों का संरक्षण\B

बैंक से रुपये लेकर भागने वालों का संरक्षण कड़ियासासी गांव का प्रधान करता है। यही वजह है कि ये लोग पुरी तरह से सुरक्षित हैं। कोई भी पुलिस उनको गांव से उठा नहीं पाती है। अगर किसी ने प्रयास भी किया तो उसके ऊपर पूरे गांव के लोग पथराव कर देते हैं।

\Bबैंक कर्मियों पर होगी कार्रवाई\B

एक्सिस बैंक के कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने उनके उच्चाधिकारियों को एक पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि बैंक कर्मचारियों की ओर से रुपये निकालने और जमा करने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। यहां पर सुरक्षा का मानक भी ठीक नहीं है। गार्ड को सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। कर्मचारी भी करोड़ रुपये आने पर ध्यान नहीं देते हैं। काउंटर के बाहर ही लोगों के लाखों रुपये रखे रहते हैं और बैंक कर्मी उससे अनजान बने रहतेे हैं।

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