ट्रेन में बैठी अकेली महिला की सुरक्षा संभालेगी आरपीएफ, मऊ जंक्शन से हुआ मेरी सहेली अभियान का आगाज

आप अकेली हैं और सफर ट्रेन से करना है तो अपनी सुरक्षा की चिंता करना अब छोड़ दीजिए क्योंकि सिर्फ 182 नंबर डायल करते ही आपकी सीट के पास आरपीएफ की महिला विंग आपकी सहेली बनकर खड़ी हो जाएगी। मेरी सहेली नाम के इस अभियान का विधिवत शुभारंभ हुआ।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 05:45 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 05:45 PM (IST)
ट्रेन में बैठी अकेली महिला की सुरक्षा संभालेगी आरपीएफ, मऊ जंक्शन से हुआ मेरी सहेली अभियान का आगाज
मऊ रेलवे स्टेशन पर मेरी सहेली कार्यक्रम के तहत युवतियों को जागरुक करतीं अर्चना उपाध्याय।

मऊ, जेएनएन। आप अकेली हैं और सफर ट्रेन से करना है तो अपनी सुरक्षा की चिंता करना अब छोड़ दीजिए, क्योंकि सिर्फ 182 नंबर डायल करते ही आपकी सीट के पास आरपीएफ की महिला विंग आपकी सहेली बनकर खड़ी हो जाएगी। सिर्फ इतना ही नहीं होगा, बल्कि आपकी आरपीएफ वाली सहेली सफर के हर अगले स्टेशन पर आकर आपका समय-समय पर हालचाल भी पूछती रहेगी। आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक डीके राय के निर्देशन में गुरुवार को महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए मेरी सहेली नाम के इस अभियान का विधिवत शुभारंभ हुआ।

आरपीएफ की महिला एएसआइ अर्चना उपाध्याय ने मेरी सहेली अभियान के तहत महिला यात्रियों को जागरूक करते हुए कहा कि यदि आप अकेली सफर पर हैं तो इसकी सूचना 182 नंबर डायल करके देनी होगी। सूचना प्राप्त होते ही आपकी सीट नंबर, कहां से कहां तक जाना है आदि की जानकारी ली जाएगी। अकेली महिला यात्री के संबंध में कंट्रोल रूम को पूरी सूचना होगी। इसके बाद आपका पूरा सफर आरपीएफ के रडार पर रहेगा। आरपीएफ की महिला कांस्टेबल, एसआइ या अन्य अधिकारी अपनी पूरी टीम के साथ हर संभव स्टेशन पर आपके पास पहुंचते रहेंगे और आपका हालचाल लेते रहेंगे। ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर शुरू किए गए इस अनूठे अभियान को पुष्पा कु़मारी, सीमा मिश्रा, अनुराधा, प्रियंका पांडेय आदि महिला यात्रियों ने शानदार बताया।

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