वाराणसी के गंगोत्री विहार में घरों की छत और दीवारें फटने लगीं, सर्दी में घर से पलायन की विवशता
एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार ने मामले को रिपोर्ट जिलाधिकारी और कमिश्नर को भेजने का आश्वासन दिया। मामले की जांच करने बीएचयू आईआईटी के अधिकारी एक्सपर्ट के साथ बुधवार दोपहर को पहुंचे और बाद बारीकी से फटे घरों और पाइपलाइन को देखें।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। वाराणसी में गंगोत्री विहार कॉलोनी नगवां स्थित गंगा किनारे रहनेवाले घरों में दरार पड़ने के साथ ही छत दीवार फर्स फटने के बाद आधा दर्जन की संख्या में लोग अपने घरों को खाली कर सामान को शिफ्ट करने के बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास धरने पर बैठ गए। जिसकी सूचना पर एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार लंका पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। धरने पर बैठे लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुनी। साथ ही जर्जर हो चुके घरों में नहीं रहने की अपील की। वहीं भीषण सर्दियों में घर से बाहर रहने की विवशता के चलते लोगों के सिर से छत उठ जाने की वजह से लोगों का दर्द बुधवार को छलक उठा।
घर गिरने की आशंका के कारण मिथुन शाह, गुरुप्रसाद, सुनीता देवी, अनिल साहनी, गोपाल शाह, नन्दलाल सेठ अपने घरों से सामान निकाल कर खाली कर दिए।इन घरों में रहने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हैं। धरने पर बैठे लोगों का कहना हैं कि जब तक समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा। एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार ने मामले को रिपोर्ट जिलाधिकारी और कमिश्नर को भेजने का आश्वासन दिया।मामले की जांच करने बीएचयू आईआईटी के अधिकारी एक्सपर्ट के साथ बुधवार दोपहर को पहुंचे और बाद बारीकी से फटे घरों और पाइपलाइन को देखें। सभी लोगों से बातचीत किए। जांच करने पहुंचे प्रोफेसर ने बताया जांच कमेटी रिपोर्ट देगी।
विरोध के कारण नहीं हो पाया पाइपलाइन का वेल्डिंग : सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के कर्मचारियों की लापरवाही भी इस कदर हैं कि घरों में फटने की शिकायत आने पर सोमवार को क्षतिग्रस्त लाइन की वेल्डिंग कराने की जगह सीमेंट लगाकर छोड़ दिये जिसके बाद लीकेज और बढ़ गया।धरने के बाद पाइपलाइन की वेल्डिंग कराने पहुंचे पहुंचे कर्मचारियों का लोग विरोध करके वेल्डिंग के लिए रोक दिए जिसके बाद कर्मचारियों को वापस लौटना पड़ा।