कल रिटायर हुए और आज खाते में पेंशन, क्षेत्रीय भविष्य निधि संगठन ने प्राइवेट कर्मचारियों के लिए शुरू की सुविधा

प्राइवेट सेक्टर में कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए प्रयास पेंशन योजना की शुरूआत बुधवार को क्षेत्रीय भविष्य निधि कार्यालय वाराणसी में की गई। इस योजना में अब जो भी कर्मचारी जिस भी दिन रिटायर होगा उसकी पेंशन उसी दिन से तैयार हो जाएगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 07:30 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 12:03 AM (IST)
कल रिटायर हुए और आज खाते में पेंशन, क्षेत्रीय भविष्य निधि संगठन ने प्राइवेट कर्मचारियों के लिए शुरू की सुविधा
प्राइवेट सेक्टर में कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना की शुरूआत क्षेत्रीय भविष्य निधि कार्यालय में की गई।

वाराणसी, जेएनएन। प्राइवेट सेक्टर में कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए प्रयास पेंशन योजना की शुरूआत बुधवार को क्षेत्रीय भविष्य निधि कार्यालय में क्षेत्रीय आयुक्त उपेंद्र प्रताप सिंह व पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य कौशलेंद्र सिंह पटेल ने की। इस योजना में अब जो भी कर्मचारी जिस भी दिन रिटायर होगा, उसकी पेंशन उसी दिन से तैयार हो जाएगी और महीने की एक तारीख को उसके खाते में पेंशन की राशि आ जाएगी। इस व्यवस्था को कर्मचारियों के लिए बहुत बड़ा बदलाव माना जा रहा है क्योंकि आमतौर पर सरकारी या निजी कर्मचारी को रिटायर होने के बाद व्यवस्थित पेंशन पाने में महीनों लग जाते हैं। कागजी कार्यवाही लंबे समय तक चलती है और पेचीदा कवायद के बाद पेंशन का क्रम बन पाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब कर्मचारी को तुरंत इसका लाभ मिलेगा। इसके तहत जो कर्मचारी 30 सितंबर को रिटायर हुए उनके खाते में एक अक्टूबर को राशि भेजने के लिए प्रबंध कर दिया गया।

इस योजना का लाभ पाकर जौनपुर के आमीन, गाजीपुर की किरण देवी, उत्तर प्रदेश रोडवेज के जगदीश ङ्क्षसह, राकेश कुमार सिंह, शिक्षिका सीमा मिश्रा, प्रमीला, संगीता सिंह, बबीता दुबे आदि काफी खुश थी। उनका कहना था कि पेंशन की राशि उनके जीने का सहारा बनेगी। कई उन महिलाओं को भी पेंशन का कागज दिया गया जिनके पति की मौत हो चुकी हैं। विभाग ने अखबारों में छपी खबर के आधार पर उनका पता ढूंढकर पेंशन की प्रक्रिया शुरू की। कई महिलाएं तो पेंशन का कागज पाकर ढबढबा गईं। उनको उम्मीद नहीं थी उनको पेंशन मिलेगी और वो भी इतनी आसानी से। क्षेत्रीय भविष्य निधि के आयुक्त-1 उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि निजी सेक्टर में कार्य करने वालों की 58 वर्षों में सेवानिवृत्ति होती है। पहले पेंशन पाने के लिए महीनों लग जाते थे। कंपनी के एचआर बदल जाने या कंपनी से मन-मुटाव के मामले में कई साल तक कर्मचारी को परेशान होना पड़ता था। अब इस नई व्यवस्था से यह सारी परेशानी दूर हो जाएगी। वहीं पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य कौशलेंद्र ङ्क्षसह पटेल ने कहा कि सरकार की यह पहल काफी सराहनीय है। सरकारी कर्मचारी तो अपने पेंशन आसानी से पा लेते हैं, लेकिन प्राइवेट सेक्टर में कार्य करने वालों को काफी परेशानी होती थी। नई पेंशन सुविधा से लाखों लोगों की परेशानी दूर हो जाएगी। कार्यक्रम के दौरान कई उन लाभार्थियों को आनलाइन पेंशन का कागज दिया गया जो यहां पर नहीं आ सके थे।

क्षेत्रीय भविष्य निधि संगठन का प्रयास 21 करोड़ रुपये से अधिक करीब 11 हजार कर्मचारियों को कोविड-19 एडवांस स्कीम के तहत राशि दी गई 1790 कंपनियों के 24 हजार कर्मचारियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ प्रदान किया गया 2.12 करोड़ रुपये इस योजना के तहत कर्मचारी व नियोक्ता का पीएफ शेयर सरकार की ओर से जमा कराया गया

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