वाराणसी में कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों में 36 फीसद की वजह श्वसन तंत्र में संक्रमण

वाराणसी में कोरोना से 456 मौतें दर्ज की गईं जिनमें से 377 ही बनारस शहर के रहे। सभी पहले से ही गंभीर बीमारियों की चपेट में थे। स्वास्थ्य वभिाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक मौतों में 36.40 फीसद की वजह श्वतंत्र में संक्रमण या उससे संबंधित बीमारी रही।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 07:30 AM (IST)
वाराणसी में कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों में 36 फीसद की वजह श्वसन तंत्र में संक्रमण
वाराणसी में कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों में 36 फीसद की वजह श्वसन तंत्र में संक्रमण

वाराणसी, जेएनएन। जिले में कोरोना से कुल 456 मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 377 ही बनारस शहर के रहे। सभी पहले से ही गंभीर बीमारियों की चपेट में थे। स्वास्थ्य वभिाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक कुल मौतों में 36.40 फीसद की वजह श्वतंत्र में संक्रमण या उससे संबंधित बीमारी रही। सामान्य मरीज अस्पताल में भर्ती जरूर हुए, लेकिन वे पूरी तरह स्वस्थ होकर बाहर निकले।

जिले में कोरोना संक्रमण अब काफी हद तक नियंत्रित हो चुका है। वर्तमान में केवल 42 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है, तो वहीं 15, 21 व 23 फरवरी को पाजिटिव मरीजों की संख्या शून्य रही। बीएचयू व मंडलीय अस्पताल लैब से शनविार को प्राप्त 2407 जांच रिपोर्ट में पांच पाजिटिव मिले। होम आइसोलेशन के दो मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया। जिले में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा अब 21997 हो गया है। हालांकि इनमें से 21578 ठीक भी हो चुके हैं। वहीं जिले में अब तक 377 लोगों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गत 30 जनवरी से जलिे में कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। बनारस में होने वाली कुल 456 मौतों में पहले नंबर पर श्वसन संबंधी बीमारियों से ग्रसति मरीज थे, तो वहीं दूसरे व तीसरे नंबर पर क्रमश: शुगर व गुर्दे संबधी रोगी रहे।

इन वजहों से हुई मौतें

मौत    कारण

166    श्वसन संबंधी बीमारी      

97     शुगर

64     गुर्दा संबंधी रोग

52     विविध प्रकार की बीमारियां

43     हाइपरटेंशन

23     हृदय संबंधी बीमारी

11     टीबी

chat bot
आपका साथी