काशी में पर्यटन को ऊंचाई देने वालों का सम्मान, वक्‍ताओं ने पर्यटन को बताया अर्थव्‍यवस्‍था की धुरी

वैश्विक कारोबार में पर्यटन की अपनी प्रमुख भूमिका है। यह कई देशों की अर्थव्यवस्था की धुरी है। विभिन्न संस्कृतियों से परिचय पर्यटन के माध्यम से सरल हो जाता है। साथ ही एक यात्री के अपने मेजबान से बेहतर मेल मिलाप का भी कारण बनता है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:18 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:18 AM (IST)
काशी में पर्यटन को ऊंचाई देने वालों का सम्मान, वक्‍ताओं ने पर्यटन को बताया अर्थव्‍यवस्‍था की धुरी
वाराणसी में पर्यटन से जुड़े लोगों को सम्‍मानित किया गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। वैश्विक वाणिज्य में पर्यटन की प्रमुख भूमिका है। यह कई देशों की अर्थव्यवस्था की धुरी है। विभिन्न संस्कृतियों से परिचय पर्यटन के माध्यम से सरल हो जाता है। साथ ही एक यात्री के अपने मेजबान से बेहतर मेल मिलाप का भी कारण बनता है। अतः पर्यटन व इससे जुड़े उद्योग को प्रोत्साहित करते हुए इसे चलाने वाले व्यक्तित्व का समय-समय पर उत्साहवर्धन करना चाहिए। ये बातें सोमवार को विश्व पर्यटन दिवस पर दशाश्वमेध स्थित मानमहल आब्जर्वेटरी में विप्र फाउन्डेशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि धर्मार्थ, संस्कृति व पर्यटन राज्यमंत्री डा.नीलकंठ तिवारी ने कही।

उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से पूरे वाराणसी शहर में पर्यटन विभाग द्वारा कई महत्त्वपूर्ण कार्य किये जा रहे हैं। इसका आकर्षण सैलानियों को अपनी ओर खींच लाता है। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक विद्वान पं. मुकेश त्रिपाठी व पं. अनूप शर्मा के आचार्यत्व में मंगलाचरण से किया गया। संयोजक पवन शुक्ला ने कहा कि अब काशी की पहचान देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में अनुपम स्थान रख रही है। यहां की कला व संस्कृति और अपनत्व सा व्यवहार पर्यटकों को अनयास ही अपने पास खींच लाती है। जो सैलानी एक बार यहाँ आया दोबारा फिर आने की चाह रखता है। आज इको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसमें रोजगार की प्रबल सम्भावना दिखलायी देती है। पर्यटन व इससे जुड़े लोगों के उत्साह के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपलब्धि प्राप्त व्यक्तियों को पर्यटन मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।

सम्मान प्राप्त करने वालों में पंडित किशोरी रमण दूबे (संस्थापक, गंगोत्री सेवा समिति), शशिधर इस्सर (वरिष्ठ रंगकर्मी), विजय द्विवेदी (होटल व्यवसायी), अनिल सिंह (असिस्टेंट आर्कियोलॉजिस्ट, भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण), मंजरी मालवीय (संचालिका, अलखनंदा क्रूज), अभिषेक शर्मा (टूरिस्ट गाइड), अखिलेश प्रताप सिंह (पर्यटक), मंटू उपाध्याय (पर्यटक) आदि थे। कार्यक्रम का संयोजन विशाल औढ़ेकर व प्रदीप पांडेय ने किया। उपस्थित अन्य प्रमुख लोगों में बनारस होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोकुल शर्मा, विनय यादव, आलोक मिश्र, प्रकाश गुप्ता, जितेंद्रधर द्विवेदी, अनूप जायसवाल, नवीन कसेरा आदि थे।

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