राजस्व वसूली बढ़ाने और बेहतर उपभोक्ता सेवा संग ऊर्जा निगमों को आत्मनिर्भर बनाये जाने का संकल्प

ऊर्जा निगमों एवं अभियन्ताओं के समक्ष उपस्थित चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए राजस्व वसूली बढ़ाने एवं बेहतर उपभोक्ता सेवा प्रदान करते हुए ऊर्जा निगमों को आत्मनिर्भर बनाये जाने का संकल्प व्यक्त किया। बुधवार को होटल मधुबन पैलेस में अभियन्ताओं का क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया ।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 18 Aug 2021 08:01 PM (IST) Updated:Wed, 18 Aug 2021 09:40 PM (IST)
राजस्व वसूली बढ़ाने और बेहतर उपभोक्ता सेवा संग ऊर्जा निगमों को आत्मनिर्भर बनाये जाने का संकल्प
होटल मधुबन पैलेस में अभियन्ताओं का क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया ।

जागरण संवाददाता,  वाराणासी। धरातल पर अभियन्ताओं को कार्य करने में आ रही व्यवहारिक कठिनाइयों से रूबरू होकर प्रबंधन से उनके सार्थक निराकरण हेतु संवाद करने तथा संगठनात्मक गतिविधियों में गति लाते विद्युत अभियन्ता संघ द्वारा जारी जन जागरण कार्यक्रम के तहत बुधवार को होटल मधुबन पैलेस में अभियन्ताओं का क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया ।

सम्मेलन में वाराणसी, मीरजापुर, आजमगढ़, जौनपुर, सोनभद्र, मऊ, गाजीपुर, बलिया आदि जिलों के सैकड़ों अभियन्ता सम्मिलित हुए। सम्मेलन में अभियन्ताओं द्वारा प्रमुख रूप से क्षेत्रों में मैन, मेटीरियल एवं मनी की कमी के कारण बेहतर उपभोक्ता सेवा एवं विद्युत आपूर्ति प्रदान करने में आ रही व्यवहारिक कठिनाइयों पर केन्द्रीय पदाधिकारियों एवं प्रबन्धन का ध्यान आकृष्ट कराया। अभियन्ताओं की तमाम ज्वलन्त समस्याओं के निराकरण न होने एवं प्रबन्धन द्वारा छोटी-छोटी बातों पर दण्डात्मक कार्यवाही करने जैसी बढ़ती नकारात्मक व उत्पीड़नात्मक कार्यप्रणाली से मिल रहे अत्यधिक मानसिक तनाव से अभियन्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया।

क्षेत्रीय सम्मेलन में आल इंडिया पावर इंजीनियर फेडरेशन के अध्यक्ष इं शैलेन्द्र दुबे,विद्युत अभियन्ता संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष वीपी सिंह, महासचिव प्रभात सिंह, प्रचार सचिव आलोक श्रीवास्तव, सहायक सचिव पूर्वांचल सुनील यादव तथा वाराणसी क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव इं जगदीश पटेल, आजमगढ़ क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव इं अंकित वशिष्ठ एवं मिर्ज़ापुर क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव इं सुमित कुमार यादव शामिल हुए।

उद्घाटन सत्र में विद्युत अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह एवं महासचिव प्रभात सिंह ने ऊर्जा निगमों एवं अभियन्ताओं के समक्ष उपस्थित चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए राजस्व वसूली बढ़ाने एवं बेहतर उपभोक्ता सेवा प्रदान करते हुए ऊर्जा निगमों को आत्मनिर्भर बनाये जाने का संकल्प व्यक्त किया। पदोन्नति नियमों में रातो-रात परिवर्तन कर मुख्य अभियन्ता स्तर-1 के 11 पदों पर पदोन्नतियां नहीं की गयी जिसके परिणाम स्वरूप लगभग 50 से अधिक पदों पर अभियन्ता पदोन्नति से वंचित हो गये हैं। अन्य रिक्त पदों पर भी पदोन्नतियां नहीं की जा रही हैं।

ऊर्जा निगमों को गैर-तकनीकी प्रबन्धन द्वारा एकतरफा, मनमाने ढंग से चलाये जाने से ऊर्जा सेक्टर तकनीकी तौर पर कमजोर होता जा रहा है जो चिन्ताजनक है।सम्मेलन के द्वितीय सत्र में विभिन्न जिलों से आये अभियन्ताओं ने बताया कि क्षेत्रों में संसाधनों/सामग्री की भारी कमी है, कार्य का स्वस्थ वातावरण न होने एवं बजट में कटौती से बिजली उपकेन्द्रों के अनुरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।

इससे आमजन के बीच सरकार की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।  महासचिव प्रभात सिंह ने अपने समापन सम्बोधन में कहा कि ‘संवाद से समाधान’ के मंत्र का पालन करते हुए ऊर्जा निगम प्रबन्धन से वार्ता कर बिजली अभियन्ताओं एवं प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं की व्यवहारिक समस्याओं के सार्थक एवं त्वरित निराकरण के लगातार प्रयास किये जा रहे है । अभियन्ताओं ने ऊर्जा निगमों में दमनात्मक, दण्डात्मक तथा पदोन्नतियां रोकने जैसी नकारात्मक कार्यप्रणाली समाप्त कर कार्य का स्वस्थ वातावरण प्रदान करने हेतु हस्तक्षेप करने की अपील की है। आज के क्षेत्रीय सम्मेलन में मुख्यतया ई देवेंद्र कुमार, ई आर एस प्रसाद, ई दीपक अग्रवाल, इं अनूप राय, इं अमित त्रिपाठी,इं सर्वेश यादव, इं निर्भय सिंह, इं वीरेंद्र यादव, इं आशीष कुमार, इं आर के यादव, इं आकाश, इं अमित राय,आदि उपस्थित रहे।

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