वाराणसी में जलकल विभाग में क्लोरीन गैस रिसाव प्रकरण की रिपोर्ट तैयार, नगर आयुक्त को सौंपेंगे आज

वाराणसी में जलकल विभाग में क्लोरीन गैस रिसाव प्रकरण की रिपोर्ट तैयार कर लिया गया है। नगर आयुक्त को गुरुवार को रिपोर्ट सौंपेंगे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 08:38 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 09:42 AM (IST)
वाराणसी में जलकल विभाग में क्लोरीन गैस रिसाव प्रकरण की रिपोर्ट तैयार, नगर आयुक्त को सौंपेंगे आज
वाराणसी में जलकल विभाग में क्लोरीन गैस रिसाव प्रकरण की रिपोर्ट तैयार, नगर आयुक्त को सौंपेंगे आज

वाराणसी, जेएनएन। क्लोरीन गैस रिसाव के प्रकरण की जांच बुधवार को पूरी हो गई। जांच टीम ने जलकल महाप्रबंधक नीरज गौड़ समेत सचिव, अभियंता, पंप अधीक्षक, पंप कर्मियों का बयान दर्ज किया। इसके अलावा पीडि़तों का बयान लेकर रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया। नगर आयुक्त गौरांग राठी की ओर से तय मियाद 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। वहीं, जलकल परिसर में रखे गए कबाड़ को किनारे हटाकर सफाई कर दी गई है। जिस सिलेंडर से गैस रिसाव हुआ था उसे भी एक कमरे में सुरक्षित रख दिया गया है। प्रकरण समाप्त होने पर उसे निस्तारित कर दिया जाएगा। नगर आयुक्त ने बताया कि गुरुवार की सुबह तक रिपोर्ट उनके पास पहुंच जाएगी जिसके आधार पर प्रकरण की तह तक पहुंचा जा सकेगा। इसी आधार पर प्रकरण में लापरवाही के स्तर का पता लगाया जा सकेगा। यदि कोई दोषी होगा तो जांच रिपोर्ट के आधार पर ही विभागीय कार्रवाई भी आशंकित है। उन्होंने, पूरे मामले को गंभीर बताया।

हमारी जिम्मेदारी इलाज कराना

नगर आयुक्त ने बताया कि गैस से पीडि़त लोगों का इलाज कराना हमारी जिम्मेदारी है जिसके लिए जलकल महाप्रबंधक को निर्देशित किया गया है। अब वे अस्पताल से डिस्चार्ज करने योग्य थे या नहीं, इसे तो अस्पताल के डाक्टर ही बेहतर बता सकेंगे। हालांकि नगर आयुक्त ने बीएचयू अस्पताल प्रशासन से संपर्क कर मामले की हकीकत का पता लगाने का भरोसा दिया। कहा कि दवाओं का जो बिल आया है उसका भुगतान विभाग कर रहा है।

इलाज से प्रसन्न नहीं प्रसन्ना, कहा-जबरन किया डिस्चार्ज

जलकल कार्यालय परिसर में सोमवार को क्लोरीन गैस रिसाव से प्रभावित कैलाश प्रसन्ना व लक्ष्मण सोनकर सर सुंदरलाल अस्पताल बीएचयू से बुधवार को डिस्चार्ज कर दिए गए, जबकि उनकी तबीयत ठीक नहीं है।

इससे नाराज कैलाश प्रसन्ना का कहना है कि न तो ठीक तरीके से सांस ले पा रहा और न ही सीने में जलन कम हुई है। इसके बाद भी अस्पताल से दवाई लिखकर छोड़ दिया गया है। वहीं, लक्ष्मण सोनकर ने भी स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की बात कहते हुए जबरन डिस्चार्ज करने का आरोप लगाया। जलकल जीएम नीरज गौड़ का कहना है कि विभाग उनके इलाज खर्च को वहन कर रहा है। कैलाश प्रसन्ना को सांस फूलने की बीमारी पहले से है। हालांकि, डिस्चार्ज का फैसला डाक्टरों ने सोच समझकर किया होगा।

तीसरे दिन एक और प्रभावित

गैस रिसाव से तीसरे दिन एक और व्यक्ति प्रभावित हुआ। इस पर उन्हें अस्पताल ले गए। डाक्टरों ने उनका नाम एके मिश्रा नाम बताया। वहीं, मंडलीय अस्पताल में भर्ती नारायण सोनकर व भरत सोनकर को भी बुधवार को ही डिस्चार्ज कर दिया गया। कोकिला घोष, बबली घोष, देवांशु घोष व आशुतोष यादव पहले ही घर जा चुके थे।

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