भदोही विधायक विजय मिश्र के छह मामलों में आठ माह बाद भी रिमांड नहीं बन सका

विधायक विजय मिश्र के छह मामलों में आठ माह बाद भी रिमांड नहीं बन सका है। विवेचक की लापरवाही से अभी तक मामले में पेशी तक नहीं करायी जा सकी है जबकि इन्हीं मामलों के साथ मीरजापुर में दर्ज केस में चार्जशीट

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:30 AM (IST)
भदोही विधायक विजय मिश्र के छह मामलों में आठ माह बाद भी रिमांड नहीं बन सका
विधायक विजय मिश्र के छह मामलों में आठ माह बाद भी रिमांड नहीं बन सका है।

भदोही, जेएनएन। विधायक विजय मिश्र के छह मामलों में आठ माह बाद भी रिमांड नहीं बन सका है। विवेचक की लापरवाही से अभी तक मामले में पेशी तक नहीं करायी जा सकी है जबकि इन्हीं मामलों के साथ मीरजापुर में दर्ज केस में चार्जशीट भी दाखिल कर दिया गया। एसपी रामबदन सिंह का कहना है कि कोर्ट में अर्जी दी जाती है और जेल को पत्र भी भी भेजा जाता है लेकिन जेल प्रशासन सुरक्षा कारणों से पेश नहीं कर पा रहा है।

गोपीगंज कोतवाली में रितेश्तेदार का फर्म और भवन हड़पने के आरोप में चार अगस्त 2020 को विधायक, एमएलसी रामलली और उनके पुत्र विष्णु मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 18 अगस्त को उन्हें मध्य प्रदेश के आगर जिले में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद उनके खिलाफ ताबड़तोड़ छह अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए। वाराणसी की एक गायिका ने उनके खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके पश्चात कौलापुर के प्रधान उषा मिश्रा के लेटर पैड दुरुपयोग सहित अन्य मामले दर्ज किए गए। धीरे-धीरे आठ माह से अधिक का समय गुजर गया लेकिन अभी तक पुलिस पेशी तक नहीं करा सकी। रिश्तेदार के फर्म हड़पने के मामले में पुलिस चार्जशीट तो भेज चुकी है लेकिन अन्य मामलों में रिमांड न बनने पर आरोप पत्र तैयार नहीं हो सके हैं। नियमानुसार जेल में बंद आरोपित के खिलाफ किसी भी दशा में तीन माह के अंदर चार्जशीट भेज देनी चाहिए लेकिन विवेचक की लापरवाही के चलते अभी तक रिमांड तक नहीं बन पाया है।

शिथिल हो गई गुंडा एक्ट की कार्रवाई

व्यापारी को धमकी देने के आरोप में पुलिस सबसे पहले विजय मिश्र के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की थी। औराई में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। जेल में होने के कारण गुंडा एक्ट की कार्रवाई भी शिथिल हो गई है। असलहा जमा करने के मामले में भी अभी तक नोटिस तामिल नहीं हो सका है। विष्णु मिश्र भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस जिस रफ्तार से शुरूआत में कार्रवाई शुरू की थी अब शिथिल होती दिख रही है।

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