दो मिनट 56 सेकेंड में 195 देश के झंडे को पहचानकर बताया नाम, इंडिया बुक में दर्ज होगा नाम

प्रतिभा उम्र की मोहताज नही होती। ऐसा ही कुछ कर दिखाया पांच वर्ष 22 दिन की दृष्टि मिश्रा नामक मासूम बच्ची ने। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में बेटी बचाओ- बेटी बचाओ का संदेश देने वाली इस बच्ची का दिमाग गूगल की तरह तेज चलता हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 02:30 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 02:30 PM (IST)
दो मिनट 56 सेकेंड में 195 देश के झंडे को पहचानकर बताया नाम, इंडिया बुक में दर्ज होगा नाम
बेटी बचाओ- बेटी बचाओ का संदेश देने वाली इस बच्ची का दिमाग गूगल की तरह तेज चलता हैं।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नही होती। ऐसा ही कुछ कर दिखाया पांच वर्ष 22 दिन की दृष्टि मिश्रा नामक मासूम बच्ची ने। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में बेटी बचाओ- बेटी बचाओ का संदेश देने वाली इस बच्ची का दिमाग गूगल की तरह तेज चलता हैं। ग्रामीण अंचल में रहने वाली इस बच्ची ने दो मिनट 56 सेकेंड में 195 देश के झंडे को पहचान उस देश का नाम भी बता रिकार्ड बना दिया है। इसका वीडियो बना रिकार्ड बुक में नाम दर्ज कराने हेतु ई-मेल किया। इंडिया बुक की ओर से ई-मेल भेज 2022 के बुक में नाम दर्ज करने का संदेश भी आ गया है। राजातालाब स्थित बच्ची के विद्यालय में दशहरा पर्व पर प्रबंधक व प्रधानाचार्य द्वारा मासूम बच्ची व उसके माता-पिता को सम्मानित किया गया।

जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर वाराणसी जिले के अंतिम छोर पर मिर्जामुराद थानांतर्गत बहेड़वा गांव स्थित हैं।खेती-किसानी करने वाले अश्वनी मिश्रा की पुत्री दृष्टि मिश्रा क्षेत्र के ही राजातालाब स्थित एक निजी विद्यालय में कक्षा एक की छात्रा हैं। कोरोना के कारण स्कूल न जाकर घर से ही आनलाइन पढ़ाई कर रही हैं। दृष्टि में शुरू से ही कुछ कर दिखाने की ललक रही। तिरंगा वस्त्र धारण कर डेढ़ वर्ष से बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का घूम -घूम संदेश देने के साथ ही पौधरोपण, सफाई, हेलमेट पहनने के प्रति जनता को जागरूक कर रही हैं।

ग्रामीण परिवेश में 15 अगस्त 2016 को पैदा हुई इस बच्ची के मन में इस वर्ष 15 अगस्त को अपने जन्मदिवस पर कुछ रिकार्ड बनाने का विचार आया। इसके लिए दो माह से तैयारी में जुटी रही। पुराने रिकार्ड को तोड़ नया रिकार्ड बनाने हेतु उसने दो मिनट 56 सेकेंड में 195 देश के झंडे की पहचान कर उसका नाम बताते हुए एक वीडियो बनाई। वीडियो को इंडिया बुक के ई -मेल पर भेजा। उधर से ई- मेल संदेश आया कि 2022 के इंडिया बुक रिकार्ड में उसका नाम दर्ज होगा। दादा प्रभाकर मिश्रा व दादी सरस्वती मिश्रा समेत पिता व मां ज्योति मिश्रा बिटिया की कामयाबी पर प्रसन्नचित्त हैं। दृष्टि अब देश के सभी प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के नाम को लेकर रिकार्ड बनाने की तैयारी में जुटी हैं।

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