नए अपडेट्स के लिए दोबारा इंस्टाल करें ‘आरोग्य सेतु एप’, रंग से बताता है जोखिम का स्तर
आरोग्य सेतु एप कोरोना से बचाव के लिए सभी को डाउनलोड करना चाहिए। यह काफी मददगार है। वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन पोर्टल के साथ-साथ इस पर भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। आरोग्य सेतु एप कोरोना संक्रमण के खतरे और जोखिम का आंकलन करने में मदद करता है।
वाराणसी, जेएनएन। पिछले साल ‘आरोग्य सेतु एप’ लांच होने के कुछ ही समय में करोड़ों लोगों ने इसे डाउनलोड किया था। कोरोना से बचाव और खास जानकारी देने के लिए यह एप काफी कारगर है। मगर पाजिटिव मरीजों की संख्या कम होते ही लोगों ने इस ओर ध्यान देना बंद कर दिया था, तो कइ्र के फोन से यह गायब भी हो चुका है। वहीं जिस किसी के फोन में है भी, उनमें से अधिकांश ने इसे अपडेट नहीं किया है। कोरोना की दूसरी लहर में एक बार फिर इसकी उपयोगिता महसूस की जाने लगी है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. वीएस राय ने बताया कि संक्रमण से बचाव के नए अपडेट्स जानने व उनका लाभ उठाने के लिए एप को दोबारा इंस्टाल करें या अपडेट कर लें।
बताया आरोग्य सेतु एप कोरोना से बचाव के लिए सभी को डाउनलोड करना चाहिए। यह काफी मददगार है। वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन पोर्टल के साथ-साथ इस पर भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। आरोग्य सेतु एप लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे और जोखिम का आंकलन करने में मदद करता है। एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्मार्टफोन पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है। यह खास एप आस-पास मौजूद कोरोना पाजिटिव लोगों के बारे में पता लगाने में मदद करता है।
ब्लूटूथ की पड़ती है जरूरत
आरोग्य सेतु एप को ब्लूटूथ और जीपीएस डेटा की जरूरत पड़ेगी। एप को काम करने के लिए इसकी अनुमति दें। आरोग्य सेतु कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है। इनकी मदद से यह आपको बताता है कि आप कोरोना के दायरे में हैं या नहीं।
फोन को करें रजिस्टर
एप तभी काम करता है जब आप अपने मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड करते हैं और ओटीपी से उसे वेरीफाई करते हैं। एक वैकल्पिक फार्म भी आता है, जो नाम, उम्र, पता, और पिछले 30 दिनों के दौरान विदेश यात्रा के बारे में पूछता है। आप इस फार्म को स्किप कर सकते है। हालांकि अगर आप जरूरत के समय में वालांटियर यानी स्वयंसेवक बनने की इच्छा रखते हैं तो आपके पास खुद को इस में नामांकित करने का भी विकल्प है।
रंग से बताता है जोखिम का स्तर
- एप हरे और पीले रंग के कोड्स में आपके जोखिम के स्तर को दिखाता है। यह भी सुझाव देता है कि आप को क्या करना चाहिए।
- अगर आपको ग्रीन में दिखाया जाता है तो बताया जाता है कि आप सुरक्षित हैं।
- यदि आपको पीले रंग में दिखाया जाता है तो बताया जाता है कि आपको बहुत जोखिम है।
टीकाकरण के लिए ऐसे करें पंजीयन
- इस एप से कोरोना टीकाकरण के लिए आप पंजीयन भी कर सकते हैं। समय और टीकाकरण केंद्र आप स्वयं तय कर सकते हैं।
- आरोग्य सेतु एप ओपन करने के बाद बायीं ओर
- पहला आप्शन वैक्सीनेशन इंफार्मेशन का होगा। आपको रजिस्ट्रेशन के लिए दूसरे आप्शन का चयन करना है।
- वैक्सीन प्रोसीड आप्शन में क्लिक करने के बाद रजिस्टर और लाग-इन का आप्शन आएगा। आपको रजिस्ट्रेशन आप्शन में जाकर प्रोसीड पर क्लिक करना है। इसके बाद नया पेज खुलेगा जिसमें आपका मोबाइल नंबर मांगा जाएगा।
- मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद आपके नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी को दर्ज कर प्रोसीड करते ही नया पेज खुल जाएगा। नए पेज में आपको अपनी फोटो आईडी चयनित करनी होगी।
- आईडी का नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद जन्मतिथि डालनी होगी।
- रजिस्ट्रेशन के बाद आप अपना नजदीकी टीकाकरण केंद्र चुन सकते हैं।