पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रावास में परोसा गया कच्चा हलवा, लक्ष्मीबाई हास्टल की छात्राएं हो गईं आक्रोशित

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई गल्र्स हास्टल में सोमवार की सुबह नाश्ते के दौरान जब छात्राओं को कच्चा हलवा मिला तो वह आक्रोशित हो गईं। हलवा खाने से इन्कार कर दिया। सूचना पर पहुंचे जिम्मेदारों ने किसी तरह से मामले को शांत कराया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 05:35 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 08:03 PM (IST)
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रावास में परोसा गया कच्चा हलवा, लक्ष्मीबाई हास्टल की छात्राएं हो गईं आक्रोशित
लक्ष्मीबाई गर्ल्‍स हास्टल में नाश्ते के दौरान जब छात्राओं को कच्चा हलवा मिला तो वह आक्रोशित हो गईं।

जौनपुर, जेएनएन। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई गर्ल्‍स हास्टल में सोमवार की सुबह नाश्ते के दौरान जब छात्राओं को कच्चा हलवा मिला तो वह आक्रोशित हो गईं। हलवा खाने से इन्कार कर दिया। सूचना पर पहुंचे जिम्मेदारों ने किसी तरह से मामले को शांत कराया। इस मामले में वार्डेन का कहना है कि बिना मेस कमेटी के मीडिया में खबर पहुंचाना अनुशासनहीनता है।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई हास्टल में इंजीनियरिंग व अन्य संस्थान में प्रवेश लेने वाली प्रथम वर्ष की छात्राएं रहती हैं। विश्वविद्यालय कैंपस की सेमेस्टर परीक्षाएं एक मार्च से शुरू होने वाली थीं। इसलिए प्रवेशित व हास्टल की अधिकतर छात्राएं मौजूद हैं। हालांकि बाद में कैंपस परीक्षा की तिथि बढ़ाकर आठ मार्च कर दी गई है। रविवार को हास्टल की छात्राओं ने खाने की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा किया था। सोमवार की सुबह छात्राएं पुन: गाजर का कच्चा हलवा परोसे जाने का आरोप लगाते हुए आक्रोशित हो गईं और खाने से इन्कार कर दिया। मामले की जानकारी होने पर हास्टल के जिम्मेदार लोगों ने किसी तरह मामले को शांत कराया। छात्राओं का आरोप है कि मेस से अक्सर गुणवत्ताविहीन भोजन परोसा जाता है। शिकायत करने पर सुधार करने की बजाय उल्टे उन्हें ही चुप करा दिया जाता है। इस संबंध में वार्डेन पूजा सक्सेना का कहना है कि हास्टल में इस तरह की कोई जानकारी फिलहाल उनके पास नहीं है।

प्रवेश पत्र न मिलने पर छात्रों ने किया प्रदर्शन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बीएड के छात्र सेमेस्टर परीक्षा फार्म रिजेक्ट होने से नाराज होकर विश्वविद्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि मंगलवार से परीक्षा शुरू हो रही है और उन्हें प्रवेश पत्र नहीं मिला। इसके साथ ही फार्म भी रिजेक्ट कर दिया गया। इसको लेकर अधिकारियों से मिलने पहुंचे टीडी कालेज के छात्र नेताओं की सुरक्षाकर्मियों से झड़प हो गई।

बीएड की सेमेस्टर परीक्षाएं दो मार्च से हैं। परीक्षा शुरू होने से पहले पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने कालेजों के कोड पर प्रवेश पत्र जारी कर दिया है। जिसमें जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ के सैकड़ो छात्रों को प्रवेश पत्र नहीं मिला। जिसके बाद नाराज छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे। विश्वविद्यालय के जिम्मेदार लोगों की मानें तो गतवर्ष हुई सेमेस्टर की परीक्षा में जिन छात्रों ने परीक्षा फार्म नहीं भरा था, उनका फार्म रिजेक्ट हुआ है। विश्वविद्यालय की गाइडलाइन में इस तरह के छात्रों के लिए अवसर न देने का प्रावधान बताया जा रहा है। इसलिए इन छात्रों का परीक्षा फार्म रिजेक्ट कर दिया गया है। जिन्होंने गतवर्ष में सेमेस्टर परीक्षा फार्म ही नहीं भरा था। इसको लेकर छात्र नेता उद्देश्य सिंह, कौतुक उपाध्याय के नेतृत्व में छात्र पूर्वांचल विश्वविद्यालय गेट पर पहुंचे तो उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हो गई। वह अधिकारियों से मिलने पर अड़े थे। हालांकि देरशाम परीक्षा नियंत्रक से छात्र मिले और परीक्षा में शामिल करने की बात कही। जिस पर परीक्षा नियंत्रक ने नियम-कानून का हवाला देकर असमर्थता जताई।

मेस में यदि किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत है तो छात्राओं को पहले मेस कमेटी को बताना चाहिए

मेस में यदि किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत है तो छात्राओं को पहले मेस कमेटी को बताना चाहिए। बात न बने तो उन्हें जानकारी दें, लेकिन सीधे मीडिया को खबर देना तो अनुशासनहीनता है।

-डाक्टर राजकुमार सोनी, चीफ वार्डेन, पूर्वांचल विश्वविद्यालय।

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