बाबतपुर एयरपोर्ट पर रैपिड आरटीपीसीआर जांच सुविधा, एक दिन में तीन हजार सैंपल जांच की क्षमता
एयरपोर्ट पर लैब स्थापित हो जाने से वाराणसी एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले विमानों के यात्रियों और शहर तथा आसपास के जिलों के निवासियों के कोविड की जांच में तेजी आएगी। इसकी क्षमता प्रतिदिन तीन हजार सैंपल जांच की है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर स्पाइस हेल्थ की ओर से मंगलवार से मोबाइल जांच प्रयोगशाला वैन का शुभारंभ किया गया। इस सेवा से प्रारंभ में पहले ही दिन 138 यात्रियों की जांच की गई। यह लैब स्थापित हो जाने से वाराणसी एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले विमानों के यात्रियों और शहर तथा आसपास के जिलों के निवासियों के कोविड की जांच में तेजी आएगी। इसकी क्षमता प्रतिदिन तीन हजार सैंपल जांच की है।
मालूम हो कि वाराणसी एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर जांच की सुविधा ना होने के चलते यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ता था। स्पाइस हेल्थ के अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल जांच प्रयोगशाला में अलग-अलग मशीनें लगाई गई हैं जिनमें आरटीपीसीआर और आरटीपीसीआर के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण जांच किए जाएंगे। अकुला मशीन से एक घंटे में दो सैम्पल की जांच होगी, जबकि अकापे मशीन से 80 मिनट में 28 से अधिक सैम्पल की जांच होगी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि खाड़ी देशों में 6 घंटे पहले का ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट मान्य है। ऐसे में 6 घंटे पहले ही विमान यात्रियों को एयरपोर्ट पर बुलाया जाता है। वहीं जांच करवाने वाले यात्रियों की संख्या कम और अधिक होने में भी जांच में समय लगता है। ऐसे में यात्री हवाई यात्रा से करीब 6 घंटे पूर्व ही एयरपोर्ट पर पहुंच जाएं जिससे की उनकी जांच समय से हो सके।
आनलाइन व एयरलाइंस के माध्यम से होगी बुकिंग : आरटीपीसीआर जांच के लिए यात्रियों को स्पाइस हेल्थ के वेबसाइट से आनलाइन बुकिंग कराने के साथ ही आनलाइन रिपोर्ट भी देखी जा सकती है। इसके अलावा एयरलाइंस द्वारा टिकट बुकिंग करते समय और एयरलाइंस काउंटर पर भी बुकिंग करायी जा सकती है। बुकिंग के लिए अलग-अलग शुल्क हैं, जिनकी सूची वेबसाइट पर है और एयरलाइंस काउंटर पर भी चस्पा की गई है।
टर्मिनल में लिया जाएगा टेस्ट और पार्किंग में होगी जांच : वाराणसी एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में ही यात्रियों का सैम्पल कलेक्शन किया जाएगा। उसके बाद सैम्पल लेकर कर्मचारी पार्किंग में स्थित टेस्टिंग लैब में आएंगे। लैब में ही जांच करने के बाद रिपोर्ट को आनलाइन अपलोड करने के साथ ही यात्री को दे दिया जाएगा।