झांसी की रानी लक्ष्‍मीबाई काशी की बेटी थी और हमें उन पर गर्व है : प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र

महारानी लक्ष्मी बाई काशी की बेटी थी और उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अमूल्य योगदान देते यह संदेश दिया कि महिलाएं किसी से कम नहीं है वह चाहे तो देश और समाज को बदल सकती है। हम उनको सादर नमन करते हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 12:41 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 12:41 PM (IST)
झांसी की रानी लक्ष्‍मीबाई काशी की बेटी थी और हमें उन पर गर्व है : प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र
महारानी लक्ष्मी बाई काशी में भदैनी क्षेत्र की बेटी थीं।

वाराणसी, जेएनएन। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की 164 वी पुण्यतिथि उनके भदैनी स्थित जन्मस्थली पर मनाई गई। जागृति फाउंडेशन के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय समारोह के दूसरे दिन के समारोह के समारोह का शुभारंभ संकट मोचन मंदिर के महंत एवं बीएचयू आईआईटी के प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र एवं गोपी राधा बालिका विद्यालय की कक्षा आठ की छात्रा अनुभूति मिश्रा ने वीरांगना के चित्र पर प्रथम माल्यार्पण करके किया।

समारोह के विशिष्ट अतिथि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय, साहित्यकार डॉ जयप्रकाश मिश्र प्रसिद्ध कवि बद्री विशाल एवं गोपाल मिश्र ने वीरांगना के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। इस अवसर पर महंत प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम मे अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाली वीरांगना झांसी की रानी महारानी लक्ष्मी बाई काशी की बेटी थी और उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अमूल्य योगदान देते यह संदेश दिया कि महिलाएं किसी से कम नहीं है वह चाहे तो देश और समाज को बदल सकती है। हम उनको सादर नमन करते हैं।

प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि काशी की बेटी ने देश की आजादी की लड़ाई में जो कार्य किया है वह यह सिद्ध करता है कि वह एक मजबूत महिला थी और किसी के आगे अपना सर झुकाने को तैयार नहीं थी। साहित्यकार डॉ जयप्रकाश मिश्र एवं प्रसिद्ध कवि बद्री विशाल कविताओं के माध्यम से वीरांगना के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक एवं जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्र ने कहा कि उनकी पुण्यतिथि पर हम केंद्र और राज्य सरकार से मांग करते हैं कि महारानी के नाम पर वीरांगना एक्सप्रेस चलाई जाए जो काशी से चलकर उनकी शहीद स्थली ग्वालियर तक जाएं।

समाजसेवी सीपी जैन ने कहा कि महारानी के इस जन्मस्थली को पैटर्न स्थल के रूप में विकसित किया जाए इसका प्रचार प्रसार हो कि लोग यहां पर आएं कार्यक्रम का संचालन रामयश मिश्र ने किया धन्यवाद विश्वनाथ यादव उर्फ छेदी यादव ने किया। इस अवसर पर राजेश मिश्रा, निलांबुज तिवारी, ज्ञानेंद्र पांडे जयप्रकाश मिश्र, मनोज यादव, हृदय नारायण मिश्रा सहित नगर के गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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