UP में एनकाउंटर के डर से रांची भाग गया था बनारस का 50 हजार का इनामी रवि पटेल

झारखंड के रांची में पुलिस के हत्थे चढ़ा बनारस का कुख्यात अपराधी रवि पटेल अपने एनकाउंटर के डर से यूपी छोड़ चुका था। पकड़े जाने पर उसने रांची पुलिस को वारदात की पूरी जानकारी और रांची में छिपने की वजह बताई तो पुलिस सकते में आ गई।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 12:02 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 12:02 PM (IST)
UP में एनकाउंटर के डर से रांची भाग गया था बनारस का 50 हजार का इनामी रवि पटेल
बनारस का कुख्यात अपराधी रवि पटेल अपने एनकाउंटर के डर से यूपी छोड़ चुका था।

वाराणसी/रांची। झारखंड के रांची में पुलिस के हत्थे चढ़ा बनारस का कुख्यात अपराधी रवि पटेल अपने एनकाउंटर के डर से यूपी छोड़ चुका था। पकड़े जाने पर उसने रांची पुलिस को वारदात की पूरी जानकारी और रांची में छिपने की वजह बताई तो पुलिस सकते में आ गई। रांंची पु‍लिस के अनुसार गैंगस्टर विकास दुबे की तरह एनकाउंटर की डर से भागकर वह रांची आ गया था। उसे पुलिस की योजना की जानकारी मिली थी, इसलिए उसने बनारस छोड़ दिया था। पकड़े जाने के बाद उसने रांची पुलिस के समक्ष खुलासा किया है। उसने बताया है कि योगी सरकार में अपराधियों के एनकाउंटर से दहशत का माहौल हो गया था। इस वजह से भागकर रांची में छिपा था। वह रांची में रहकर आर्म्स सप्लाई कर रहा था। वह रांची के अलावा अलग-अलग जिलों तक अवैध हथियारों की स्पलाई कर रहा था।

रांची पुलिस को पूर्वांचल से असलहा तस्‍करी की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने खेलगांव थाना क्षेत्र के खटंगा से दबोच लिया। रवि पटेल बनारस के कोतवाली थाना क्षेत्र के नवापुरा मोहल्ले का रहने वाला है। बनारस पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। पुलिस टीम ने रवि पटेल को पनाह देने वाले जमीन कारोबारी देव कुमार उर्फ पप्पू को भी गिरफ्तार किया है। देव कुमार को भी रवि ने पिस्टल दे रखा था। कारोबारी पप्पू रांची के खटंगा में रहता है और बनारस से उसके संपर्कों की भी अब पड़ताल की जा रही है। वहीं रांची पुलिस के अनुसार शातिर अपराधी रवि के खिलाफ बनारस के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी समेत 18 मामले दर्ज हैं। पूछताछ में अपराधी रवि ने खुलासा किया है कि वह रांची में रहकर हथियार की सप्लाई के साथ जमीन का कारोबार कर रहा था। पूछताछ में उसने हथियार सप्लायरों के नामों का भी खुलासा किया है। 

मेड इन यूएसए हॉलमार्क की पिस्टल बेचता था

खेलगांव थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी रवि पटेल खटंगा में रहकर हथियारों की खरीद फरोख्त कर रहा है। इस सूचना के बाद थाना प्रभारी मुक्ति नारायण सिंह के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने बीते शुक्रवार की देर रात खटंगा के देव कुमार उर्फ पप्पू के मकान पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस को देखकर अपराधी रवि पटेल भागना चाहा, लेकिन तैनात जवानों उसे दबोच लिया। तलाशी के दौरान पुलिस को यूएसए मेड पिस्टल और मैगजीन बरामद किया। वहीं उसकी निशानदेही पर पुलिस ने मकान मालिक देव कुमार उर्फ पप्पू के कमरे की भी तलाशी ली। उसके कमरे से भी पुलिस ने पिस्टल बरामद किया। दोनों को पुलिस ने दबोच लिया है। रवि से हुई पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया है कि उसे एक हत्या के लिए सुपारी भी मिली थी। लेकिन हत्या किसकी करनी है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।

गाजीपुर से करता था हथियार सप्लाई

कुख्यात अपराधी रवि पटेल रांची में रहकर हथियारों की जोरों पर तस्करी कर रहा था। वह हथियार गाजीपुर से हैदर टाइगर से खरीदकर रांची लाता था। इसके बाद उसे धनबाद के अपराधी तारक नारायण सिंह उर्फ राहुल को देता था। राहुल हथियार की बिक्री करने के बाद मुनाफा का पैसे रवि को भी देता था। पूछताछ में अपराधी रवि ने इसका खुलासा किया। उसने पुलिस को बताया कि राहुल से 2013 में धनबाद जेल में उसकी दोस्ती हुई थी। धनबाद के व्यवसायी बिहारी लाल चौधरी की हत्या के मामले में राहुल जेल में बंद था। उसी साल उसे भी धनबाद जेल में ट्रांसफर किया गया था। जेल से छूटने के बाद 2015 में वह कुछ दिन धनबाद में ही रहा। इसके बाद वह बनारस वापस लौट गया। इसी दौरान जेल से छूटने के बाद राहुल ने उससे संपर्क किया। हथियार सप्लाई करने का उसने उसे प्रस्ताव दिया। लॉकडाउन खत्म होने के बाद अपराधी तारक ने उसे 60 हजार रुपए में दो पिस्टल मंगवाया। अवैध हथियार सप्लायर गाजीपुर निवासी हैदर टाइगर उसने दो पिस्टल खरीदा और राहुल को रांची में दिया। इसके बाद रवि ने फिर 90 हजार रुपये देकर तीन पिस्टल मंगवाए। रवि ने तीन पिस्टल गाजीपुर से लाकर आरोपित तारक को दिया। फिर 90 हजार देकर पांच पिस्टल मंगवाया। जिसमें से तीन पिस्टल दिया और दो को अपने पास ही रख लिया। पुलिस अन्य जगहों पर भी हथियार तस्करी का पता लगा रही है।

रांची पहुंचकर बन गया जमीन कारोबारी

अपराधी रवि ने बताया कि वह मार्च 2020 में खटंगा निवासी देव कुमार के मकान में किराए पर रहने लगा। इसी दौरान लॉकडाउन हो गया और वह रांची में ही फंस गया। उसी दौरान पैसे की तंगी होने लगी। शातिर अपराधी रवि ने पुलिस को बताया कि देव कुमार के साथ वह रांची में जमीन का धंधा कर रहा था। आरोपी देव ने उसे यह कहा था कि जमीन के धंधे में विवाद होता है। इसलिए वह उसके साथ रहे। इस एवज में उसे मुनाफा भी दिया जाएगा। पैसे की लालच में वह उसके साथ जमीन का कारोबार करने लगा। कई अन्य जमीन कारोबारियों से भी सांठगांठ की जानकारी पुलिस को मिली है। सभी का पता लगाया जा रहा है, इस जांच में वाराणसी पुलिस से भी रांची की टीम संपर्क करेगी। वहीं वाराणसी पुलिस के अनुसार वह 50 हजार रुपये का इनामी था और पुलिस साल भर से उसकी तलाश में थी। 

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