Ramlila of Ramnagar in Varanasi : जनकपुर मंदिर में गूंजी मानस की चौपाइयां, काशिराज परिवार पहुंचे मंदिर
लीला स्थल जनकपुर मंदिर में मुख्य रामायणी रविशंकर पांडेय ने मास परायण के तहत रविवार को सुबह आठ बजे श्री रामचरितमानस के दोहों के पाठ का शुभारंभ किया। शाम को लगभग सात बजे आरती के साथ पाठ को अगले दिन के लिए विश्राम दिया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कोरोना के कारण इस वर्ष भी विश्व प्रसिद्ध रामनगर की रामलीला स्थगित रहेगी। वहीं लीला स्थल जनकपुर मंदिर में मुख्य रामायणी रविशंकर पांडेय ने मास परायण के तहत रविवार को सुबह आठ बजे श्री रामचरितमानस के दोहों के पाठ का शुभारंभ किया। शाम को लगभग सात बजे आरती के साथ पाठ को अगले दिन के लिए विश्राम दिया गया। आरती के पश्चात काशिराज परिवार के अनंत नारायण सिंह भी जनकपुर मंदिर पहुंचे और प्रभु दर्शन पूजन किया। आरती मे काशिराज परिवार की हरिप्रिया, कृष्ण प्रिया व विष्णु प्रिया भी शामिल हुईं। वहीं आरती बाद काशिराज परिवार के अनंत नारायण सिंह भी जनकपुर मंदिर में पहुंच कर प्रभू का दर्शन किए।
उधर लीला स्थगित होने की जानकारी रहने के बाद भी कुछ प्रेमी खुद को रोक नहीं सके। रामबाग पोखरा पर साफा पानी, चंदन टीका, इत्र वगैरह लगाकर प्रभु श्रीराम, सीता समेत चारों भाईयों की आरती सेवा के लिए जनकपुर मंदिर पहुंचकर परंपरा निभाई। लीला प्रेमी लखन लाल जौहरी, सुरेश मिश्रा, योगेन्द्र पाठक, डा. निरंजन, डा. विजय नाथ, रविशंकर गोस्वामी आदि ने कहा कि लीला भले ही नहीं हो रही है लेकिन हम लोग प्रत्येक दिन उन स्थानों पर जाएंगे जहां-जहां प्रभु लीला का मंचन होता रहा है। उस स्थान को प्रणाम कर वहां की मिट्टी माथे पर लगाएंगे। लीला प्रेमी बालेश्वर वर्मा, राजेन्द्र प्रसाद, कुशवाहा, हजारी, रामभजो प्यारे, गुरू नारायण आदि ने कहा कि प्रभु ने हमें यहां बुला लिया।