अयोध्‍या से तीर्थ यात्रियों को लेकर काशी पहुंची रामायण एक्‍सप्रेस, यात्रियों का स्‍वागत

अयोध्या से चलकर गोरखपुर के रास्ते सीतामढ़ी से वापस रामायण एक्सप्रेस पुनः गोरखपुर होते हुए वाराणसी रविवार को देर शाम पहुंच गई, ट्रेन रामेश्‍वरम तक जाएगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 06:14 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 09:09 PM (IST)
अयोध्‍या से तीर्थ यात्रियों को लेकर काशी पहुंची रामायण एक्‍सप्रेस, यात्रियों का स्‍वागत
अयोध्‍या से तीर्थ यात्रियों को लेकर काशी पहुंची रामायण एक्‍सप्रेस, यात्रियों का स्‍वागत

वाराणसी, जेएनएन।  प्रभु राम से संबंधित स्थानों के दर्शन कराने के लिए निकली रामायण एक्सप्रेस रविवार को कैंट स्टेशन पहुंची। यह विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन भी रेलवे परिचालन विभाग की अव्यवस्था और हीलाहवाली का शिकार हुई। इसमें सवार सभी यात्री काशी पहुंच कर गदगद दिखे सभी के मन में बाबा विश्वनाथ के दर्शन को आतुर दिखे। सभी को कैंट स्टेशन से बसों के जरिए भदउ चुंगी स्थित लक्ष्मी वैभव रवाना कर दिया। प्लेटफार्म नंबर पांच पर आरपीएफ प्रभारी अनूप सिन्हा व जीआरपी अतिरिक्त निरीक्षक सुधीर कमार आर्य सुरक्षा बल के साथ मुस्तैद दिखे।

लेट लतीफी का शिकार हुई रामायण : जिस बहुप्रतीक्षित ट्रेन को पूरे जोर शोर से रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली से हरी झंडी दिखाई उसे ही रेल विभाग ने अव्यवस्था की भेंट चढ़ा दिया। जिस ट्रेन को सुबह करीब करीब 7 बजे आना था वो शाम साढ़े पांच बजे कैंट पहुंची। इसके चलते यात्रियों का काशी दर्शन का कार्यक्रम भी प्रभावित होगा। गाड़ी लेट होने के कारण इस ट्रेन के संभावित समय सुबह करीब सात बजे कैंट विधायक फूल मालाओं के साथ बैरंग लौट गए। गाड़ी लेट होने के चलते तीर्थ यात्रियों में बाबा दरबार के विधिवत दर्शन व आरती न देख पाने का मलाल दिखा।

गोरखपुर में फूटा बुजुर्गों का गुस्सा: सीतामढ़ी से गोरखपुर के रास्ते बनारस आने वाली विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन रोहतक के आरके गोयल व अपनी कुरूक्षेत्र के सोमदत्त शर्मा ने बताया कि गोरखपुर से पहले गाड़ी रोकने पर सभी लोगों ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए आगे नहीं बढऩे दिया। किसी तरह गोरखपुर पहुंचने पर यात्रियों ने स्टेशन पर भी हंगामा करते हुए विरोध दर्ज कराया। आइआरसीटीसी की व्यवस्था पर भी यात्रियों में आक्रोश देखते को मिला। एक बुजुर्ग ने बताया कि बिहार के सीतामढ़ी में उन्हें ठहराने के स्थान पर स्नान करने के लिए शौचालय की बजाए एक खुले स्थान पर निवृत होना पड़ा। आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय अधिकारी अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि ठहरने व ट्रेन की हालत के विषय में यात्रियों को पहले ही जानकारी दी जाती है।

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