रमजान 2021 : वाराणसी में कदीमी इफ्तार में नौहा-मातम संग बीमारों की सलामती के लिए की गई दुआ

पांच रमजान के शिया मस्जिदों में सामूहिक इफ्तार का आयोजन कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए किया गया। मस्जिदों में सीमित राेजेदारों को ही प्रवेश दिया गया। मास्क लगाकर आने वाले राेजेदारों ने शारीरिक दूरी नियम का खास ख्याल रखा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:10 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:29 AM (IST)
रमजान 2021 : वाराणसी में कदीमी इफ्तार में नौहा-मातम संग बीमारों की सलामती के लिए की गई दुआ
सामूहिक दुआख्वानी में राेजेदारों ने देश-दुनिया से कोरोना के खात्मे की दुआ मांगी।

वाराणसी, जेएनएन। शिया मस्जिद कालीमहल में पांच रमजान को कदीमी इफ्तार का आयोजन किया गया। इससे पूर्व आयोजित मजिलस में नौहा-मातम संग कोरोना के खात्मे की दुआएं मांगी गई। वहीं मगरिब की नमाज के बाद भी दुआओं का खास एहतेमाम किया गया। रोजेदारों ने बारगाहे-इलाही में कोरोना के चलते अस्पतलों में भर्ती बीमारों की सलामती की दुआ मांगी।

पांच रमजान के शिया मस्जिदों में सामूहिक इफ्तार का आयोजन कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए किया गया। मस्जिदों में सीमित राेजेदारों को ही प्रवेश दिया गया। मास्क लगाकर आने वाले राेजेदारों ने शारीरिक दूरी नियम का खास ख्याल रखा। शिया मस्जिद काली महल में एक सदी से भी पुराने कदीमी इफ्तार में पास-पड़ोस के चुनिंदा रोजेदार ही शामिल हुए। इफ्तार से पहले मस्जिद में मजलिस का आयोजन किया गया, जिसे शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने खेताब किया। कहा यदि इंसान अपनी जिंदगी में सब्र करे तो वो हर जंग जीत सकता है। पैगंबर-ए-इस्लाम ने भी सब्र का पैगाम दिया। कदीमी इफ्तार का आयोजन जाकिर हुसैन रिजवी ने किया। इस अवसर पर इफ्तिखार हुसैन, अली जावेद, साजिद हुसैन, कविश हुसैन, नौशाद हुसैन आदि थे। इसके बाद सामूहिक दुआख्वानी में राेजेदारों ने देश-दुनिया से कोरोना के खात्मे की दुआ मांगी।

फरमान हैदर ने बताया कि इफ्तार का प्रोग्राम तकरीबन सभी मस्जिदों में कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए किया जा रहा है। मस्जिदों में इमाम सहित चार-पांच नमाजी ही पहुंच रहे हैं और पंचवक्ता नमाजों का एहतेमाम कर रहे हैं। सैयद फरमान हैदर ने सभी से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील की। कहा बिना वजह घर से बाहर बिल्कुल न निकलें। भीड़ वाली जगहों पर शारीरिक दूरी नियमों का पालन करें, मास्क लगाकर रखें और सैनिटाइजर या साबुन-पानी से हाथ को धुलते रहें। कहा हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में परवरदिगार की रहमत नाजिल होगी। ये वो महीना है, जिसमें रोजेदार सब्र से काम लेता है। अपनी भूख और प्यास को बर्दाश्त करता है और दूसरों की मदद को हमेशा तैयार रहता है।

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