कृष्णानंद राय हत्याकांड के बाद से ही वांटेड था राकेश उर्फ हनुमान पांडेय, बजरंगी व मुख्तार का था काफी करीबी

उप्र एसटीएफ द्वारा लखनऊ में एनकाउंटर में ढेर किया गया राकेश उर्फ हनुमान पांडेय कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी शामिल था और तभी से वांटेड था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 08:09 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 12:24 AM (IST)
कृष्णानंद राय हत्याकांड के बाद से ही वांटेड था राकेश उर्फ हनुमान पांडेय, बजरंगी व मुख्तार का था काफी करीबी
कृष्णानंद राय हत्याकांड के बाद से ही वांटेड था राकेश उर्फ हनुमान पांडेय, बजरंगी व मुख्तार का था काफी करीबी

गाजीपुर, जेएनएन। उप्र एसटीएफ द्वारा लखनऊ में एनकाउंटर में ढेर किया गया राकेश उर्फ हनुमान पांडेय कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी शामिल था और तभी से वांटेड था। पुलिस के पास कोई फोटो व पहचान नहीं होने के कारण अभी तक वह उनकी पकड़ से काफी दूर था। राकेश पांडेय मुन्ना बजरंगी का काफी करीबी था। इसी कारण वह मुख्तार अंसारी के गैंग से जुड़ गया और एक के बाद एक कई संगीन घटनाओं को अंजाम दिया। उप्र पुलिस को इसकी काफी दिनों से तलाश थी। कृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी समेत कुल आठ लोग आरोपित थे। इसमें विवेचना के दौरान राकेश पांडेय को भी शामिल किया गया था। हालांकि इस मामले में तीन जुलाई 2019 को सीबीआइ अदालत ने मुख्तार अंसारी सभी को बरी कर दिया।

बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय और उनके छह साथियों की 29 नवंबर 2005 को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इनके काफिले के ऊपर एक-47 से हमला किया गया था। विवेचना के दौरान राकेश पांडेय का नाम सामने आया था। इस हत्याकांड में सभी आरोपितों जेल में थे, लेकिन राकेश को पुलिस पकड़ नहीं पाई। पुलिस के पास इसकी कोई फोटो व पहचान नहीं थी, इसका उसे काफी लाभ मिलता था और वह इधर-उधर घूमता रहता था। करीब तीन वर्ष पहले वह वाराणसी आया था। इसी दौरान एक होटल के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी फोटो जारी की गई। इसकी भनक लगते ही शातिर राकेश फरार हो गया और तभी से फरार चल रहा था। रविवार को एसटीएफ ने एनकाउंटर में उसे मार गिराया। वह गाजीपुर ही नहीं बल्कि लखनऊ, मऊ आदि जनपदों में कई संगीन घटनाओं को अंजाम दे चुका था। कृष्णानंद राय की हत्या में आरोपित रहे फिरदौस खां का महाराष्ट्र पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया, वहीं जुलाई 2018 में बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई। वहीं संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा एवं मुख्तार अंसारी दूसरे मामले में अभी भी जेल में ही है।

जब कोई केस नहीं तो कैसा इंकाउंटर : पिता

लखनऊ में एसटीएफ के मुठभेड़ में मृत कोपागंज थानाक्षेत्र के लिलारी भरौली निवासी राकेश पांडेय उर्फ हनुमान के पिता बालदत्त पांडेय ने पुलिस पर संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि जब हनुमान पर कोई केस ही नहीं है तो कैसी मुठभेड़। उन्होंने कहा कि हनुमान के मां की तबियत खराब थी, उन्होंने वहां अस्पताल में भर्ती कराया है। शनिवार की रात 11 बजे मेरी बात हुई थी। भोर में तीन बजे पुलिस उठाकर ले गई और हत्या कर दिया। अब सरकार को जवाब देना होगा कि जब कोई केस नहीं है तो आखिर कैसे मुठभेड़ हुई। इसकी जांच कराई जाए।

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