राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालयों बनेगा प्राइवेट परीक्षा का सशक्त विकल्प, घर बैठे पूरा करें असाइमेंट

उत्‍तर प्रदेश के ज्यादातर राज्य विश्वविद्यालयों में प्राइवेट परीक्षा देने की सुविधा बंद कर दी गई है। हालांकि चिंता करने की बात नहीं है। व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (प्रयागराज) सशक्त विकल्प है। इससे छात्रों को काफी लाभ मिलेगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 06:40 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:40 AM (IST)
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालयों बनेगा प्राइवेट परीक्षा का सशक्त विकल्प, घर बैठे पूरा करें असाइमेंट
व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (प्रयागराज) सशक्त विकल्प है।

वाराणसी, जागरण संवददाता। सूबे के ज्यादातर राज्य विश्वविद्यालयों में प्राइवेट परीक्षा देने की सुविधा बंद कर दी गई है। हालांकि चिंता करने की बात नहीं है। व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (प्रयागराज) सशक्त विकल्प है। यहां सिर्फ डिग्री ही नहीं बल्कि समय-समय पर पंजीकृत विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने की भी सुविधा है।

प्राइवेट फार्म भरने वाले परीक्षार्थी सीधे परीक्षा देते है। विश्वविद्यालयों में वेट परीक्षार्थियों के लिए मार्गदर्शन की कोई सुविधा न होने के कारण संबंधित विषय का ठीक से ज्ञान नहीं हो पाता था। ज्यादातर परीक्षार्थी परीक्षा के समय बाजार से गाइड लेकर पढ़ते थे। इसे देखते हुए राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्राइवेट परीक्षा की सुविधा समाप्त कर दी है। कुलाधिपति के इस फैसले से उत्तर प्रदेश राजॢष टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। हालत यह है कि राजर्षि टंडन मुक्त विवि का अध्ययन केंद्र खोलने वाले कालेजों की संख्या तेजी से बढ़ गई है, जो कालेज कल तक अपने यहां से प्राइवेट फार्म भरवाते थे।

अब वह राजर्षि टंडन मुक्त विवि में दाखिला लेने की सलाह दे रहे हैं। यही कारण है कि वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय से राजॢष टंडन मुक्त विवि के अध्ययन केंद्रों की संख्या अब 236 हो गई है। इसके अलावा वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, भदोही, मीरजापुर जनपदों 32 कालेजों ने अध्ययन केंद्र खोलने के लिए आवेदन किया है। वभिन्न कोर्सों में दाखिले के लिए आनलाइन पंजीकरण कराया जा सकता है। विश्वविद्यालय पंजीकृत छात्रों को स्टडी मैटेरियल की भी सुविधा उपलब्ध कराती है। यही नहीं स्टडी मैटेरियल के अलावा विषय विशेषज्ञों के लेक्चर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी अपलोड है। छात्रों गाइडेंस के लिए स्टडी सेंटरों में अवकाश मेें सप्ताह में एक या दो दिन क्लास भी संचालित किए जाते हैं। - हर पेपर में 30 फीसद अंक असाइमेंट, पर निर्धारित है जोक घर बैठे पूरा किया जा सकता है।

एकल विषय काफी लोकप्रिय

क्षेत्रीय समन्वयक डा. एसके सिंह ने बताया कि कि एक विषय से स्नातक करने की सुविधा सूबे में सिर्फ राजॢष टंडन मुक्त विवि में ही उपलब्ध है। एक बार स्नातक करने के बाद विद्यार्थी दोबारा स्नातक नहीं कर सकते हैं। ऐसे में दो वर्षीय एकल विषय में स्नातक काफी लोकप्रिय है।

यूजी-पीजी के 127 पाठ्यक्रम

राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर के 127 पाठ्यक्रमों में अध्ययन की सुविधा है। खास बात यह है जुलाई व जनवरी दो सत्रों में दाखिला लिया जा सकता है।

प्रमुख कोर्स

स्नातक स्तर पर : बीए, बीकाम, बीएससी, बीसीए, बीलिब सहित अन्य कोर्स

स्नातकोत्तर स्तर पर : एमए, एमएमसी, एमकाम, एमलिब, एमजे सहित अन्य कोर्स

एक वर्षीय डिप्लोमा : इलेक्ट्रानिक्स मीडिया, वोकेशनल गाइडेंस व करियर काउंसिलिंग, आध्या?मिक पर्यटन, योग, संग्रहालय विज्ञान, डायटेटिक्स व न्यूट्रीशन, फैशन डिजाइन, टेक्सटाइल डिजाइन, फोटाग्राफी, स्टेटिस्टक्स एंड कंप्यूटर, वैदिक गणित, मार्केटिंग, प्रबंधन सहित अन्य डिप्लोमा।

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