गाजीपुर में थाने पर पथराव के मामले में 21 को उठाया, महिलाओं व बच्चों को मारने-पीटने का पुलिस पर आरोप
मरदह थाने पर किए गए पथराव में थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सहित 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनका उपचार चल रहा है। मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं ग्रामीणों ने महिलाओं एवं बच्चों काे पीटने का पुलिस पर आरोप लगाया है।
जागरण संवादददाता, गाजीपुर। पुलिस की पिटाई से नितीश उर्फ बंटी राजभर की मौत के अफवाह पर थाने पर किए गए पथराव के मामले में पुलिस ने देर रात दबिश देकर 21 लोगों को उठाया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। वहीं ग्रामीणों ने महिलाओं एवं बच्चों काे पीटने का पुलिस पर आरोप लगाया है। पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय कस्बे में तनाव का माहौल बना हुआ है। सभी डरे व सहमे हुए हैं। शनिवार को थाने में किए गए पथराव में तत्कालीन थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार का सिर फट गया था, वहीं 14 पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए थे। मामले में विरेंद्र कुमार की तहरीर पर एफआइआर भी दर्ज कर लिया गया है।
कस्बे में बीते गुरुवार को रामलीला के दौरान हुआ मामूली विवाद अब बड़ा रूप ले लिया है। पुलिस अब उसकी भी तलाश कर रही है, जिसने यह अफवाह फैलाया था कि पुलिस की पिटाई से बंटी की मौत हो गई है। इसके चलते इतना बड़ा बवाल हो गया। वहीं मामले में पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने भी एक्शन लेते हुए थानाध्यक्ष विरेंद्र का स्थानांतरण विवेचना सेल में कर दिया है। इधर शनिवार की रात पुलिस द्वारा उठाए गए लोगों ने दबिश के दौरान पुलिस पर महिलाओं एवं बच्चों को पीटने का आरोप लगाया है। शनिवार को हुई घटना को देखते हुए थाने पर पीएसी सहित भारी संख्या में पुलिस फाेर्स तैनात थी।
युवकों के घर पहुंचे विभिन्न दलों के लोग
मरदह थाने में हुए पथराव और 21 लोगों को उठाए जाने के बाद मामले को लेकर अब राजनीति गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। रविवार काे भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अवधेश राजभर, सपा जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, बसपा के वरिष्ठ नेता बुझारत राजभर, सुभासपा के जयलाल राजभर पहुंचे। सभी के स्वजनों से वार्ता कर साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया।
21 लोगों को गिरफ्तार किया गया
मरदह थाने पर किए गए पथराव में थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सहित 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका उपचार चल रहा है। मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया है। जांच चल रही है, अगर अन्य किसी का नाम भी प्रकाश में आएगा तो उसके विरूद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- विजय आनंद शाही, सीओ कासिमाबाद।