रेलवे ने खाली कराया कब्जा, वाराणसी कैंट स्‍टेशन के दूसरे प्रवेश द्वार के विकास का रोड़ा साफ

कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर प्रस्तावित विकास कार्यों में अवरोधक बने कब्जे को रेलवे ने शनिवार को पूरी तरह से खाली करा लिया। प्लेटफार्म नंबर नौ के पश्चिमी छोर से लगायत एयरफोर्स भर्ती बोर्ड की बाउंड्री तक काबिज लोगों हटाकर अस्थाई निर्माण को जमींदोज कर दिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 07:50 AM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 07:50 AM (IST)
रेलवे ने खाली कराया कब्जा, वाराणसी कैंट स्‍टेशन के दूसरे प्रवेश द्वार के विकास का रोड़ा साफ
कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर प्रस्तावित विकास कार्यों में अवरोधक बने कब्जे को रेलवे ने खाली करा लिया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर प्रस्तावित विकास कार्यों में अवरोधक बने कब्जे को रेलवे ने शनिवार को पूरी तरह से खाली करा लिया। प्लेटफार्म नंबर नौ के पश्चिमी छोर से लगायत एयरफोर्स भर्ती बोर्ड की बाउंड्री तक लगभग छह हजार वर्गमीटर में काबिज लोगों हटाकर अस्थाई निर्माण को जमींदोज कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान रेल अफसरों के अलावा आरपीएफ, जीआरपी और जिला पुलिस के जवान भी मौजूद थे।

गत 25 सितंबर को भारी विरोध के चलते रेलवे प्रशासन को बैरंग लौटना पड़ा था। कब्जा खाली कराने में रेलवे प्रशासन के पसीने छूट गए थे। इस दौरान छावनी क्षेत्र की भूमि पर काबिज लोगों को 48 घंटे में जगह खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया था। बाशिंदों ने न्यायालय का भी सहारा लिया, उन्हें वहां से भी राहत नहीं मिली।

विकास कार्यों को मिलेगी रफ्तार

कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार के विकास को लेकर कई परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। इसे मूर्तरूप देने के लिए पांच वर्ष पहले रक्षा मंत्रालय और रेल मंत्रालय के बीच सहमति बनी थी। छावनी क्षेत्र में 20 हजार वर्ग मीटर जमीन देने का करार हुआ था। प्रस्तावित विकास कार्यों के तहत यहां तीसरे फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। मुख्य प्रवेश द्वार के विस्तारित भवन से शुरू फुट ओवरब्रिज का दूसरा छोर द्वितीय प्रवेश द्वार पर गिराया जा रहा है। अतिक्रमण के चलते योजना डेढ़ वर्ष विलंबित हो गई। अब जल्द ही विकास कार्य मूर्तरूप लेंगे।

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