ट्रकों से माल ढुलाई पर रेलवे की नजर, जोनल व मंडल स्तर तक गठित किया जा रहा बीडीयू

सड़क मार्ग से ट्रकों द्वारा माल ढुलाई के व्यापार पर अब रेलवे की नजर है। रेलवे बोर्ड के नए फरमान से स्पष्ट है कि रेल प्रशासन ने इस पर काबिज होने की तैयारी कर ली है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 09:00 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 12:11 AM (IST)
ट्रकों से माल ढुलाई पर रेलवे की नजर, जोनल व मंडल स्तर तक गठित किया जा रहा बीडीयू
ट्रकों से माल ढुलाई पर रेलवे की नजर, जोनल व मंडल स्तर तक गठित किया जा रहा बीडीयू

वाराणसी [विनोद पांडेय]। सड़क मार्ग से ट्रकों द्वारा माल ढुलाई के व्यापार पर अब रेलवे की नजर है। रेलवे बोर्ड के नए फरमान से स्पष्ट है कि रेल प्रशासन ने इस पर काबिज होने की तैयारी कर ली है। इसके लिए बीडीयू (बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट) का गठन होने जा रहा है। यह इकाई तीन स्तरीय होगी। इसमें रेलवे बोर्ड स्तर, क्षेत्रीय और मंडलीय स्तर होगा। यह यूनिट उन संभावनों पर काम करेगी जिससे सड़क मार्ग से हो रही माल ढुलाई व्यापार को रेलवे के पाले में लाया जा सके।

बीडीयू गठन के लिए सभी महाप्रबंधक को जोनल स्तरीय इकाई गठित करने के लिए निर्देश मिले हैं। इस इकाई में परिचालन, वाणिज्य, वित्त व यांत्रिकी विभाग के सीनियर प्रबंधकीय ग्रेड के अधिकारी शामिल होंगे। इसका गठन रेल मंडलों में भी होगा। संयोजक वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक होंगे।

2024 तक व्यापार दोगुना का लक्ष्य

रेल से माल ढुलाई के कारोबार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए वर्ष 2024 अंतिम मियाद है। अब तक अनाज, नमक, सीमेंट, कोयला, पेट्रोलियम पदार्थ सहित कई सामान की ढुलाई मालगाड़ी से होती है लेकिन नई सोच में फल, सब्जी आदि की भी ढुलाई होगी। मंडी से मालगाड़ी तक माल लाने के लिए परिवहन व्यवस्था रेल प्रशासन के जिम्मे होगा। भाड़ा में भी ट्रैरिफ सिस्टम लागू कर रियायत दी जाएगी जिस दिशा में पूर्वोत्तर रेलवे ने काम शुरू किया है।

मालगाड़ी की होगी 100 किमी रफ्तार

इसके लिए वक्त का महत्व होगा जिसमें प्रस्तावित डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। मालगाड़ी की रफ्तार बढ़ेगी। वर्तमान में औसत रफ्तार 35 से 40 किमी है जबकि लक्ष्य 100 किमी प्रतिघंटा है जिसके सापेक्ष पहले चरण में औसत रफ्तार 50 किमी करने पर काम शुरू हो गया है।

फ्रेट विलेज तक रेलवे ट्रैक निर्माण

वाराणसी के राल्हूपुर, रामनगर में फ्रेट विलेज बन रहा है जिससे कोलकता से लेकर बांग्लादेश तक जलमार्ग से आने वाले माल की ट्रेन से ढुलाई हो सकती है। ऐसे ही ट्रैक खाली नहीं होने पर आउटर पर घंटों खड़ी रहने वाली मालगाड़ी के लिए शिवपुर से सिटी स्टेशन होते हुए काशी स्टेशन तक अलग से ट्रैक बनाने का प्रस्ताव है। पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन तक मालगाड़ी का अलग ट्रैक बनाने के लिए गंगा पर नया पुल भी प्रस्तावित है।

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