ग्रामीण महिलाओं का हस्तनिर्मित उत्पाद बेचेगा पूर्वांचल विश्वविद्यालय, 16 अगस्त को मनेगा सावन महोत्सव

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र के तहत 16 अगस्त को पूर्वांचल सावन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की ओर से हस्त निर्मित उत्पादों एवं खाद्य सामग्री का स्टाल लगाया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 11 Aug 2021 07:39 PM (IST) Updated:Wed, 11 Aug 2021 07:39 PM (IST)
ग्रामीण महिलाओं का हस्तनिर्मित उत्पाद बेचेगा पूर्वांचल विश्वविद्यालय, 16 अगस्त को मनेगा सावन महोत्सव
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के निदेशन में ग्रामीण महिलाओं ने तैयार किया राखी ।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र के तहत 16 अगस्त को पूर्वांचल सावन महोत्सव का आयोजन किया गया है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की ओर से हस्त निर्मित उत्पादों एवं खाद्य सामग्री का स्टाल लगाया जाएगा। यह स्टाल राखी, मोमबत्ती, अगरबत्ती व खिलौने आदि के होंगे। आयोजन में विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के शिक्षकों के अलावा आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर व प्रयागराज के शिक्षक व शिक्षिकाएं शामिल होंगी, जो इनका अवलोकन करने के बाद पसंद आने पर खरीदारी भी करेंगी। इससे जहां महिलाओं को बाजार मिलेगा, वहीं वे आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनेंगी। विश्वविद्यालय की तरफ से स्टाल लगाने के लिए कोई शुल्क नहीं ले रहा है। पूर्वांचल सावन महोत्सव में विश्वविद्यालय की तरफ से प्रचार-प्रसार कर लोगों को बुलाया जा रहा है।

कजरी गायन व पारंपरिक झूले का लेंगे आनन्द

कार्यक्रम में महिलाओं के कजरी गायन का भी लोग आनन्द उठा सकेंगे। इसके साथ ही पारंपरिक झूले में झूलते हुए सेल्फी का आनंद ले सकेंगे।

कुलपति ने उत्पाद खरीदकर की जांच

कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्या की तरफ से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के उत्पादों की जांच के लिए पहले स्वयं उत्पाद खरीदा गया। उन्होंने अभी हाल ही में उनकी अपनी बेटी के लिए 2150 रुपये चूड़ी खरीदी। चूड़ी धागे के जरिए हाथ से बनाई गई है। वहीं पूरे परिवार के लिए ढाई हजार रुपये की हस्त निर्मित राखी भी खरीदी। यह 15 रुपये से लेकर 70 रुपये तक की है।

महिला अध्ययन केंद्र के जरिए 16 को सुबह 11 बजे परिसर में पूर्वांचल सावन महोत्सव मनाया जाएगा

ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वराेजगार देने के लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र के जरिए 16 अगस्त को सुबह 11 बजे परिसर में पूर्वांचल सावन महोत्सव मनाया जाएगा। इसमें कुल ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के 15 स्टाल लगाए जाएंगे। इसमें अनरसा, चूड़ी उत्पाद, राखी, अचार, मुरब्बा से जुड़े स्टाल होंगे। जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके।

-प्रोफेसर निर्मला एस मौर्या, कुलपति, पूर्वांचल विश्वविद्यालय।

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