13 सितंबर से पूर्वांचल विश्वविद्यालय के नए सत्र की होगी शुरुआत, यूजी-पीजी परीक्षा व परिणाम अगस्त तक पूरा करने का निर्देश
पूर्वांचल विश्वविद्यालय से अब तक पांच जनपद में कुल 942 महाविद्यालय संबद्ध थे। मऊ व आजमगढ़ के महाविद्यालयों के अलग होने के बाद अब 529 महाविद्यालय बचे हैं। इनमें प्रवेश प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। शासन ने नए सत्र की शुरुआत 13 सितंबर से करने का आदेश जारी किया है।
जौनपुर, जेएनएन। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से अब तक पांच जनपद में कुल 942 महाविद्यालय संबद्ध थे। मऊ व आजमगढ़ के महाविद्यालयों के अलग होने के बाद अब 529 महाविद्यालय बचे हैं। इनमें प्रवेश प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। शासन ने नए सत्र की शुरुआत 13 सितंबर से करने का आदेश जारी किया है। हालांकि एक जुलाई 2021 तक संबद्ध महाविद्यालयों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
हर वर्ष जहां पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में करीब पांच लाख छात्र-छात्राओं का दाखिला होता था, वहीं अब काफी छात्र घट जाएंगे। इससे विश्वविद्यालय की आय पर काफी तगड़ा झटका लगेगा। इस संबंध में कुलसचिव महेंद्र कुमार ने बताया कि स्नातक-स्नातकोत्तर (यूजी-पीजी) के छात्र-छात्राओं के नए सत्र की शुरुआत 13 सितंबर से होगी। इसलिए अगस्त तक परीक्षा, मूल्यांकन और परिणाम की प्रक्रिया हरहाल में संपन्न करा लेनी है।
अधिक आवेदन पर ही प्रवेश परीक्षा, नहीं तो मेरिट से दाखिला
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में संचालित यूजी-पीजी व डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि निर्धारित सीटों से अधिक आवेदन आए तो प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी, नहीं तो मेरिट के आधार पर ही प्रवेश लिया जाएगा।
विश्वविद्यालय परिसर में यूजी (स्नातक) स्तर पर बीएससी जूलोजी, बाटनी, केमिस्ट्री, इनवारमेंटल साइंस, बीएससी फिजिक्स, मैथ, केमिस्ट्री, बीएससी बायोटेक्नोलाजी, बीसीए, बीकाम, बीएलएलबी, बीए आनर्स तथा पीजी (स्नातकोत्तर) स्तर पर एमएससी बायोटेक्नोलाजी, माइक्रोबायोलाजी, बायोकेमेस्ट्री, इनवारमेंटल साइंस, फिजिक्स, केमिस्ट्री, एमएससी मैथमेटिक्स, अप्लाइड जियोलाजी, एमबीए बिजनेस इकोनामिक्स, फाइनेंस एंड कंट्रोल, ई-कामर्स, एग्रीबिजनेस, एचआरडी,एमए मास कम्युनिकेशन, एमएससी अप्लाइड साइकोलाजी, एमए वूमेन स्टडीज,एमटेक कंप्यूटर साइंस,पावर सिस्टम, कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, थर्मल इंजीनियरिंग, मैटेरियल साइंस एंड टेक्नालाजी और एमसीए के अलावा डिप्लोमा में डिप्लोमा इन फार्मेसी, पीजी डिप्लोमा जेंडर एंड वुमन स्टडीज एक वर्ष के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। बीटेक व एमबीए के तीन ब्रांच में यूपीटीयू की प्रक्रिया पूरी कर आने वाले छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया की जिम्मेदारी परिसर के शिक्षक डक्टर रजनीश भास्कर को दी गई है।