पंजाब नेशनल बैंक मैनेजर हत्‍याकांड : वाराणसी में मास्टर माइंड समेत पांच आरोपित गिरफ्तार, शूटर फरार

वाराणसी में पंजाब नेशनल बैंक की करखियांव शाखा प्रबंधक फूलचंद राम की हत्या व लूट के मास्टर माइंड आलोक राय सहित पांच आरोपितों को फूलपुर-चौबेपुर पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। छह आरोपित पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 08:33 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 08:33 PM (IST)
पंजाब नेशनल बैंक मैनेजर हत्‍याकांड : वाराणसी में मास्टर माइंड समेत पांच आरोपित गिरफ्तार, शूटर फरार
फुलपुर बैंक प्रबंधक हत्याकांड में पांच और आरोपित पुलिस ने पकड़े।

वाराणसी, जेएनएन। पंजाब नेशनल बैंक की करखियांव शाखा प्रबंधक फूलचंद राम की हत्या व लूट के मास्टर माइंड आलोक राय सहित पांच आरोपितों को फूलपुर-चौबेपुर पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से एक लाख 250 रुपये, 315 बोर का एक तमंचा, दो कारतूस, घटना में प्रयुक्त स्कार्पियो व एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। हत्याकांड के शूटर राजू पंडित व धीरेंद्र सिंह लूटी गई शेष रकम के साथ अब भी फरार हैं। इसके अलावा एक अन्य आरोपित सतपाल पासवान की भी तलाश है जिसने आरोपितों का सहयोग किया था। फरार शूटर गाजीपुर के निवासी हैं। इस मामले में छह आरोपित पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा ने बुधवार को गिरफ्तार आरोपित मऊ के मधुबन थानांतर्गत कटघरा महलो निवासी आलोक राय, मऊ के चिरैयाकोट थानांतर्गत मिश्रौली निवासी अरुण मिश्रा, गाजीपुर के मरदह थानांतर्गत भिखमपुर निवासी विकास गौड़, इसी थाना क्षेत्र के दौड़सर निवासी राहुल तिवारी व गाजीपुर के शादियाबाद थानांतर्गत बरहट निवासी नितेश सिंह को मीडिया के सामने पेश किया। पूछताछ में इस सनसनीखेज वारदात के मास्टर माइंड ने बताया कि ठगी में विफल रहने पर स्कर्पियो में पीछे की सीट पर बैठे शूटर राजू पंडित ने धीरेंद्र सिंह के इशारा करने पर बैंक प्रबंधक को गोली मार दी थी।

संदहा में करनी थी लूट

मुख्य आरोपित आलोक राय ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि बैंक प्रबंधक से 50 लाख रुपये की ठगी की जानी थी। इस साजिश में उसने राहुल तिवारी व उसके मित्र सतपाल पासवान को अपने साथ शामिल किया था। सतपाल का पिता डबल मर्डर में जेल में बंद है और उसे पैसों की जरूरत थी। आरोपित नितेश ने घटना में प्रयुक्त स्कर्पियो किराए पर ली थी। आरोपित अरुण मिश्रा को पैसे का लालच देकर उसके मोबाइल फोन का प्रयोग किया गया था। इस साजिश में शूटर राजू पंडित, धीरेंद्र व विकास गौड़ को शामिल किया गया था। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि पिंडरा में पटेल ढाबा के पास बैंक प्रबंधक के साथ आरोपित मुकेश पाल (पूर्व में गिरफ्तार) मिला था। साजिश के तहत प्रबंधक को संदहा चौराहे की तरफ ले जाकर पैसा लूटना था। जब प्रबंधक को कैथौली से वाराणसी की ओर मुडऩे को कहा गया था। इस पर प्रबंधक के इन्कार करने पर धीरेंद्र के इशारे पर राजू पंडित ने गोली मारकर हत्या कर दी और रुपये से भरा थैला लेकर दूसरी स्कार्पियो से जौनपुर की ओर फरार हो गए थे। इस थैले में 20 लाख रुपये होने की बात सामने आई थी। बता दें कि गत नौ जून की शाम बदमाशों ने फूलपुर थाना क्षेत्र में स्कार्पियो सवार बैंक प्रबंधक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बदमाशों के साथ प्रबंधक के पैर के पास रखा थैला बच गया था जिसमें 27 लाख रुपये बरामद किए गए थे।

भागने के दौरान खराब हो गई थी पत्रकार लिखी गाड़ी

आरोपित विकास गौड़ ने बताया कि हत्या व लूट के बाद भागने के दौरान उनकी स्कार्पियो रास्ते में खराब हो गई थी। इसके बाद स्कर्पियो चला रहे नितेश व विकास गौड़ को एक लाख 250 रुपये देकर गाड़ी बनवाकर आने को कहा गया। वहीं शेष रकम राजू पंडित व धीरेंद्र के पास है। स्कर्पियो का नंबर (एपी12ए1699) भी मिटाया गया था। बरामद तमंचा आरोपित विकास गौड़ के पास से बरामद किया गया। वारदात के दौरान वह भी स्कार्पियो में तमंचे के साथ मौजूद था। हालांकि प्रबंधक पर गोली राजू पंडित ने चलाई थी। पुलिस बरामद स्कार्पियो के इंजन व चेसिस नंबर का मिलान कर गाड़ी के के बारे में छानबीन कर रही है। इतना ही नहीं गाड़ी के सामने शीशे पर पत्रकार भी लिखा हुआ था।

अपहरण की धारा हटाई, चार धाराएं जोड़ी

इस सनसनीखेज वारदात के बाद अपहरण व हत्या का मामला दर्ज किया गया था। बाद में अपहरण की धारा हटा दी गई और इस मामले में अमानत में खयानत, धोखाधड़ी, लूट, व साजिश रचने की धारा (406, 420, 394, 120बी) पुलिस ने जोड़ी है। आरोपित विकास गौड़ के विरूद्ध शस्त्र अधिनियम का मामला भी कायम किया गया है। एसपी ग्रामीण के मुताबिक शूटर राजू पंडित, धीरेंद्र सिंह व सतपाल की गिरफ्तारी यथाशीघ्र की जाएगी एवं लूटी गई शेष रकम की बरामदगी भी कर ली जाएगी।

गिरफ्तार करने वाली टीम

1. निरीक्षक दुर्गेश कुमार मिश्र के नेतृत्व में थाना फूलपुर की टीम।

2-निरीक्षक अश्वनी कुमार के नेतृत्व में क्राइम स्वाट टीम।

3-थानाध्यक्ष राजेश त्रिपाठी के नेतृत्व में थाना चौबेपुर की टीम।

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