अखिलेश यादव के लखनऊ में धरने के समर्थन में उतरे सपाई, वाराणसी सहित पूर्वांचल के सपाइयों में उबाल
हैदराबाद में दुष्कर्म की घटना और आरोपितों के एनकाउंटर के बाद उन्नाव में सामूहिक दुष्कर्म की पीडिता को जिंदा जलाए जाने के बाद सियासी पार्टियों में भी उबाल है।
वाराणसी, जेएनएन। तापमान में कमी के साथ ही उत्तर प्रदेश का सियासी पारा भी इन दिनों लगातार चढ़ रहा है। हैदराबाद में दुष्कर्म की घटना के बाद पीडिता को जिंदा जलाने और हत्या के आरोपितों के एनकाउंटर के बाद अब उन्नाव में सामूहिक दुष्कर्म की पीडिता को जिंदा जलाए जाने के बाद सियासी पार्टियों में भी उबाल है। आरोपितों पर सख्त कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी की ओर से कार्यकर्ता और पदाधिकारी अखिलेश यादव के समर्थन में सड़कों पर शनिवार दोपहर होते- होते उतरने लगे।
पूर्वांचल के विभिन्न जिला मुख्यालयों में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का देखते देखते हुजूम उमड़ा और जिंदाबाद मुर्दाबाद के नारों से जिला मुख्यालय गूंजने लगे। दोपहर बाद वाराणसी में लंका स्थित सिंह द्वार पर सपाइयों का विरोध प्रदर्शन देखकर मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने बल पूर्वक उनको हटाने का प्रयास किया तो मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया। सपाइयों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ इस दौरान जमकर नारेबाजी की तो पुलिस ने भी सपाइयों को हिरासत में ले लिया।
दरअसल उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को न्याय की मांग को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के विधानसभा गेट के सामने लखनऊ में धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही पूर्वांचल में भी सपाई सक्रिय हो गए। वाराणसी में भी नगर के सपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी चौक चौराहे पर धरने पर बैठे अौर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बेटियों संग नाइंसाफी को लेकर आक्रोशित नजर आए। वहीं पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी अखिलेश यादव के धरने पर बैठने की जानकारी होते ही कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने स्तर पर धरना प्रदर्शन और आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गए।
पार्टी पदाधिकारियों की ओर से सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव के धरना देने और प्रदेश में बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर आक्रोशित होने की कड़ी इस कदर जुड़ी कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने आनन फानन बैठकों का दौर शुरू कर दिया। दोपहर होते होते पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपने अपने तरीके से राष्ट्रीय अध्यक्ष का समर्थन करने के साथ ही धरना प्रदर्शन की तैयारियों में जुट गए। पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के मुख्यालयों पर सपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी दोपहर बाद धरने पर बैठ गए और उन्नाव आरोपितों को फांसी देने की मांग करने लगे।