रामनगर के एलबीएस अस्पताल में भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं को लेकर विवाद के बाद विरोध Varanasi news

डायरिया प्रभावित क्षेत्र रामनगर में अस्‍पताल परिसर में शुक्रवार को अस्‍पताल कर्मी विरोध पर उतर आए और हड़ताल शुरू कर दी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 12:47 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 12:49 PM (IST)
रामनगर के एलबीएस अस्पताल में भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं को लेकर विवाद के बाद विरोध Varanasi news
रामनगर के एलबीएस अस्पताल में भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं को लेकर विवाद के बाद विरोध Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। डायरिया प्रभावित क्षेत्र रामनगर में अस्‍पताल परिसर में शुक्रवार को अस्‍पताल कर्मी विरोध पर उतर आए और हड़ताल शुरू कर दी। रामनगर में नगर क्षेत्र स्थित एलबीएस अस्पताल में शुक्रवार की सुबह अचानक भाजपा कार्यकर्ताओं के विवाद की वजह से माहौल गरम हाेने के बाद स्थिति बिगड़ गई। हालांकि अधिकारियों के हस्‍तक्षेप के बाद कर्मचारियों का आक्रोश शांत हुआ और वह काम पर लौट आए। जबकि इस दौरान विवाद होने की वजह से काफी मरीज बिना इलाज कराए ही अस्‍पताल से चले गए।

वहीं डाक्टर और अन्‍य विभागीय कर्मचारी ओपीडी से निकल कर स्ट्राइक पर चले गये। वहीं सीएमस डा. अमल कुमार के समझाने पर कर्मचारियों ने दोबारा ओपीडी में मरीजों को देखना शुरू किया। अस्‍पताल कर्मियों का आरोप है कि कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सीएमएस के साथ दुर्व्यवहार किया गया।वहीं कर्मचारियों के मुताबिक कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने सीएमएस के साथ धक्का मुक्की भी की। इसके बाद स्थिति बिगड़ गई और अस्‍पताल परिसर में हंगामा होने लगा। हालांकि विवाद होने के बाद मौके पर भाजपा कार्यकर्ता और विधायक निकल गए। मगर इसी दौरान विवाद होने की वजह से विभागीय कर्मचारियों ने ओपीडी छोड़ कर स्‍ट्राइक की घोषणा कर दी जिससे काफी देर तक अस्‍पताल में कार्य प्रभावित रहा। 

वहीं क्षेत्र में इन दिनों डायरिया की वजह से काफी मरीज अस्‍पताल में भर्ती किए गए हैं। मरीजों के अचानक काफी संख्‍या में भर्ती होने की वजह से अस्‍पताल प्रशासन पर भी काफी दबाव पड़ा है इसकी वजह से कर्मचारियों को भी अतिरिक्‍त कार्य करना पड़ रहा है। सुबह विधायक और उनके साथ अन्‍य भाजपा कार्यकर्ता अस्‍पताल आए और इलाज को लेकर विवाद करने लगे। इसके बाद अस्‍पताल परिसर में झड़प की सूचना होने के बाद कर्मचारियाें में आक्रोश फैल गया और ओपीडी छोडकर बाहर निकल आए। वहीं विवाद बढ़ता देखकर सीएमएस ने विभागीय कर्मचारियों को समझा बुझा कर वापस काम पर भेजा। हालांकि इसके बाद भी परिसर में तनाव काफी देर तक बना रहा। वहीं अस्‍पताल में घंटे भर से अधिक समय तक विवाद की सूरत बने रहने से मरीजों का इलाज भी प्रभावित रहा। 

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