पीएम नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर की बेटियों ने उन्‍नाव दुष्‍कर्म के विरोध में किया प्रदर्शन

निर्मम हत्या के बाद उन्नाव में एक बाद फिर दिल दहला देने वाली दुराचार की घटना के खिलाफ प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर की आक्रोशित बेटियों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 03:51 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 03:51 PM (IST)
पीएम नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर की बेटियों ने उन्‍नाव दुष्‍कर्म के विरोध में किया प्रदर्शन
पीएम नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर की बेटियों ने उन्‍नाव दुष्‍कर्म के विरोध में किया प्रदर्शन

वाराणसी, जेएनएन। हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ पिछले दिनों हुई हैवानियत संग निर्मम हत्या के बाद उन्नाव में एक बाद फिर दिल दहला देने वाली दुराचार की घटना के खिलाफ मंगलवार को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर की आक्रोशित बेटियों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों ने फास्टट्रैक कोर्ट बनाकर अविलम्ब सजा देने की मांग किया। लोक समिति द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में आक्रोशित लोगों ने दोषियों को कठोर से कठोर दण्ड देने की मांग कर रहे थे। पीडिता को इंसाफ दिलाने और आरोपियों को सजा दिए जाने की मांग को लेकर गांव की दर्जनों बेटियों और महिलाओं ने विरोधभरी तख्तियां लेकर घटना पर विरोध करते हुए नंदघर के सामने प्रदर्शन किया। लोगों ने आरोपियों को अविलम्ब फांसी देने की मांग की। 

मंगलवार की दोपहर करीब 11 बजे गांव के बेटियां महिलाएं दर्जनों की संख्या में गांव के यात्री प्रतीक्षालय पर एकत्रित हुए। जहां से उन्होंने क्षुब्ध हृदय है बंद जुबान, गांव की बेटी करे पुकार कब तक सहेंगे अत्याचार, मोदी हम शर्मिंदा हैं बेटी के कातिल जिन्दा हैं, प्रधानमंत्री जी बेटियों की रक्षा करो, दुष्कर्म करने वाले कातिलों को फांसी दो आदि विभिन्न स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर गांव में विरोध जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। बेटियों का कहना था कि रेप व हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा मिलना चाहिए।

लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। सरकार सुरक्षा देने में जहां नाकाम है आज मानवीय संवेदनाओं को खत्म करने वाली घटनाओं को रोकने के लिए सभ्य नागरिक समाज को खुद आगे आकर पहल करने की जरूरत है। पुरुष और युवा संवेदनशील बने और इस तरह के अमानवीय घटना को रोकें। कार्यक्रम में मुख्यरूप से नन्दलाल मास्टर,पंचमुखी,रामबचन, अनीता, सरिता, फौजिया बानो, विकास वाजपेयी, आयशा, श्यामसुन्दर, समा बानो, मनजीता, मधुबाला, सुनील मास्टर, विद्या, निशा, सुमन, प्रमिला, सुनीता, चंदा, लता, नीलम, निर्मला, गायत्री, शीला, बबीता, कलावती, गीता, उषा, सीता, संगीता, मीना आदि समेत एक साथ अभियान और साधिका टीम के लोग शामिल रहे।

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