प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में वाराणसी में सरकारी अस्पताल में ट्रेनिंग कराने के लिए प्रदर्शन

मांग थी कि सरकारी अस्‍पताल में क्‍यों उनको प्रशिक्षण करने का मौका नहीं मिल रहा है। जबकि पूर्व में उन लोगों को आश्‍वासन दिया गया था कि उनको प्रशिक्षण के लिए सरकारी अस्‍पताल जाने का मौका मिलेगा। जबकि अब अधिकारी इस बात से मुकर रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 30 Aug 2021 03:39 PM (IST) Updated:Mon, 30 Aug 2021 03:39 PM (IST)
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में वाराणसी में सरकारी अस्पताल में ट्रेनिंग कराने के लिए प्रदर्शन
वाराणसी में सरकारी अस्पताल में ट्रेनिंग कराने के लिए छात्रों का प्रदर्शन।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत मेडिकल के लिए दिए जाने वाले प्रशिक्षण की ट्रेनिंग सरकारी अस्पताल में कराए जाने की मांग को लेकर प्रशिक्षुओं ने सोमवार को विंध्यवासिनी नगर अर्दली बाजार स्थित कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे प्रशिक्षुओं की मांग थी कि सरकार की ओर से जब प्रशिक्षण दिया जा रहा है तो उसमें सरकारी अस्‍पताल में क्‍यों उनको प्रशिक्षण करने का मौका नहीं मिल रहा है। जबकि पूर्व में उन लोगों को आश्‍वासन दिया गया था कि उनको प्रशिक्षण के लिए सरकारी अस्‍पताल जाने का मौका मिलेगा। जबकि अब अधिकारी इस बात से मुकर रहे हैं। 

प्रशिक्षुओं का आरोप था कि जनरल ड्यूटी असिस्‍टेंट के पंजीकरण के समय उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उनकी ओजीटी (ऑन जॉब ट्रेनिंग) किसी सरकारी अस्पताल में कराई जाएगी। अब जब ट्रेनिंग का समय आ गया है तो केंद्र के लोग निजी अस्पताल में ट्रेनिंग देने की बात कह रहे हैं। जबकि, एडमिशन के समय ट्रेनिंग के बाद नौकरी दिलाने का भी अश्‍वासन दिया गया था। केंद्र पर 100 प्रशिक्षुओं का पंजीकरण पांच बैच में किया गया है। दो बैच के 40 प्रशिक्षु सरकारी अस्पताल में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके है। जबकि 60 का ओजीटी होना बाकी है। 40 का सरकारी में 60 का निजी अस्पताल में ओजीटी न्यायसंगत नहीं है।

प्रशिक्षण केंद्र के ट्रेनर मनीष वर्मा ने बताया कि नए मैनेजर अभी आए नहीं हैं। प्रशिक्षुओं से बताया गया है कि वे बुधवार को आ जाएंगे। इसके बाद वे अपनी समस्या उनके समक्ष रख सकते हैं। बावजूद इसके प्रशिक्षुओं ने कोई बात नही सुनी और प्रदर्शन करने लगे। बताया कि ट्रेनिंग कहा होनी है इसका निर्णय जिला प्रशासन व सीएमओ स्तर से होना है। इस बाबत काफी देर तक प्रदर्शन और जोर शोर से नारेबाजी का दौर जारी रहा और इस समस्‍या का कहीं कोई समाधान नहीं निकल सका। 

chat bot
आपका साथी