बैंकों के विलय के बाद वाराणसी में ग्राहकों को झेलनी पड़ रही समस्या, पूरी तरह सिस्टम भी अपडेट नहीं
मर्ज बैंकों का एप इंटरनेट बैंकिंग फंड ट्रांसफर आदि में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा। बैंकों के विलय के बाद में अभी सभी बैंकों का सिस्टम का इंट्रेग्रशन नहीं हो पाया है। ग्राहकों को खाते की जानकारी के लिए इस शाखा से उस शाखा में भटकना पड़ रहा।
वाराणसी, जेएनएन। जिन बैंकों का विलय हुआ है उनके खाते का आइएफएससी कोड और एमआइसीआर कोड बदलने से ग्राहकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सभी सरकारी योजना के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं में समस्या आ रही। इसमें किसान सम्मान निधि, पेंशन, खाद्य के लिए मिलने वाला अनुदान, ईसीएस से काटने वाले हर महीने का ईएमआई, चेक बाउंच, एनआरआइ खातों में फंड का नही क्लियर होना आदि शामिल है।
बैंक ऑफ इंडिया अधिकारी संगठन के अध्यक्ष एवं यू ऑपु बीयू वाराणसी इकाई के संयोजक अभिषेक श्रीवास्तव बताते हैं कि मर्ज बैंकों का एप, इंटरनेट बैंकिंग, फंड ट्रांसफर आदि में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा। बैंकों के विलय के बाद में अभी सभी बैंकों का सिस्टम का इंट्रेग्रशन नहीं हो पाया है। इसके कारण ग्राहकों को अपने खाते की जानकारी के लिए इस शाखा से उस शाखा में भटकना पड़ रहा। अप्रैल माह के शुरूआत में ऐसी समस्या ज्यादा आ रही थी। हालांकि धीरे-धीरे लोगों को अपना नया आइएफएससी कोड पता चल गया है। इसके कारण शाखाओं में अब ऐसी कम ही समस्या आ रही है।
तमाम बैंकों में अभी तक नया चेक ही छप कर नहीं आया है। इसके कारण फिलहाल पुराने चेक ही स्वीकार किए जा रहे हैं। एक तो प्रिंटिंग प्रेस कम चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर कोरोना के कारण कार्य धीमा हो गया है। ऐसे में उम्मीद है कि नए आइएसएसी कोर्ड की बाध्यता की अवधि बढ़ भी सकती है। वहीं अग्रणी जिला प्रबंधक मिथिलेश कुमार ने बताया कि कोरोना के कारण लगभग सभी बैंकों के अधिकतर कर्मचारी संक्रमित हो गए हैं। इसके कारण इस तरह की समस्या रह गई है। वैसे सभी ग्राहकों के पास मैसेज के माध्यम से उनके आइएफएससी कोड और एमआइसीआर कोड बदलने की सूचना भेजी जा रही है। इसके अलावा नोटिस भी चस्पा की गई है।
इन बैंकों को हुआ है विलय
अग्रणी जिला प्रबंधक मिथिलेश कुमार ने बताया कि कारपोरेशन बैंक एवं आंध्रा बैंक का विलय यूनियन बैंक आफ इंडिया में हुआ है। वहीं इसके अलावा यूनाइटेड बैंक व ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स का विलय पंजाब नेशनल बैंक में, इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में, सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक के साथ ही विजया व देना बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हुआ है।