27 फरवरी को वाराणसी आएंगी प्रियंका गांधी वाड्रा, संत रविदास जयंती पर जन्म स्थल पर जाएंगी
संत रविदास जयंती के मौके पर 27 फरवरी को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बनारस आएंगी। प्रियंका गांधी वाड्रा के आने की सूचना के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तैयारियों शुरू कर दी हैं। वैसे 27 फरवरी को वाराणसी में रविदास जयंती पर सपा के अखिलेश यादव भी आएंगे।
वाराणसी, जेएनएन। संत रविदास जयंती के मौके पर 27 फरवरी को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बनारस आएंगी। प्रियंका गांधी वाड्रा के आने की सूचना के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तैयारियों शुरू कर दी हैं। वैसे 27 फरवरी को वाराणसी में रविदास जयंती पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी आएंगे। प्रियंका गांधी वाड्रा इस माह उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण धार्मिक शहरों का दौरा कर पूजा-अर्चना में भा ली हैं। इसमें प्रयागराज में संगम स्नान और मथुरा में बांके बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना शामिल है। अब वाराणसी आकर संत रविदास को नमन करेंगी। प्रियंका अपने दौरे के माध्यम से उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में होने वाले पंचायत चुनाव और विधान सभा चुनाव की तैयारी कर रही हैं।
रविदास जंयती यानी 27 फरवरी को प्रियंकागांधी वाड्रा सुबह 10 बजे बनारस आएंगी। वह सीरगोवर्धनपुर स्थित रविदास मंदिर में जयंती पर होने वाले पूजन और लंगर में भी शामिल होंगी। उनके आने की सूचना पर जिला और महानगर कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता तैयारी में जुट गए हैं। संभव है कि वह पंचायत चुनाव के दृष्टिकोण से पार्टी के जमीनी हकीकत को परखने के लिए स्थानीय नेताओं के साथ बैठक भी करेंगी। यह जानकारी पूर्व विधायक अजय राय ने दी है। प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव और विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के लिए सही तरीके से वोट बैंक की तैयारी कर रही हैं। एक तरफ जहां प्रियंका लगातार उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती रहीं है वहीं आम जनता मुददों को भी उठाने में पीछे नहीं है।
रविदास मंदिर में आज दर्शन-पूजन करेंगी मीरा कुमार
राजघाट स्थित संत शिरोमणि गुरु रविदास मंदिर में 25 फरवरी से रविदास जयंती का शुभारंभ होगा, जो 28 फरवरी तक चलेगा। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार गुरुवार को मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी। आरती में भाग लेने के बाद वे श्रद्धालुओं को अपने हाथों से प्रसाद वितरित करेंगी। यह जानकारी मंदिर के व्यवस्थापक सतीश कुमार उर्फ फगुनी राम ने दी।