वाराणसी में 14 दिसंबर को महापौर सम्मेलन को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, देश भर के 200 मेयर आएंगे
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद बनारस में देश भर से आए 200 महापौर का सम्मेलन होगा। इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 दिसंबर को संबोधित करेंगे। इस संबंध में कार्ययोजना बुधवार को पीएमओ समेत प्रदेश सरकार को प्रेषित कर दी गई।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद बनारस में देश भर से आए 200 महापौर का सम्मेलन होगा। इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 दिसंबर को संबोधित करेंगे। इस संबंध में कार्ययोजना बुधवार को पीएमओ समेत प्रदेश सरकार को प्रेषित कर दी गई। पीएमओ से स्वीकृति मिलते ही कार्यक्रम फाइनल कर दिया जाएगा। खास यह कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए स्थल में बदलाव कर दिया गया है। इसके लिए पहले रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र का चयन किया गया था। अब इसके लिए बरेका चिह्नित किया गया है। आयोजन की जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन को उठानी है। निगम प्रशासन ने छावनी क्षेत्र के होटल में बाहर से आए दो सौ महापौर को ठहरने के लिए व्यवस्था की है।
सारनाथ से लेकर बाबा दरबार तक दर्शन पूजन
महापौर दल 14 दिसंबर की सुबह नौ बजे के बाद सारनाथ भ्रमण के लिए निकलेंगे। म्यूजियम, पुरातत्व अवशेष स्थल, धमेख स्तूप व महात्मा बुद्ध के मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। दोपहर को भोजन का इंतजाम कचहरी स्थित बनारस क्लब में किया गया है। दोपहर बाद से बरेका में आयोजित सम्मेलन में शामिल होने के लिए रवाना हो जाएंगे। सम्मेलन के बाद शाम को गंगा आरती दर्शन के लिए दशाश्वमेध के लिए रवाना होंगे। इसके बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए महापौर दल जाएंगे। 15 दिसंबर को सभी बनारस से अपने-अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करेंगे।
विद्युत झालरों से जगमग होगा पूरा शहर
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण से पहले नगर निगम प्रशासन पूरे शहर को झालरों से रोशन करेगा। इसके तहत सड़क के हेरिटेज पोल के साथ ही चौराहों को सजाया जाएगा। सड़कों को रंगी-पुती बनाने की जिम्मेदारी नगर निगम के साथ ही पीडब्ल्यूडी को मिली है।
माहांत तक सड़कें गड्ढामुक्त
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे ने नगर निगम के अफसरों को जरूरी निर्देश दिए। इसमें नगर की सड़कों को इस माह के अंत तक गड्ढा मुक्त करने के लिए आदेशित किया। साथ ही रैन बसेरा में भी बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए निर्देश मिला है ताकि ठंड के मौसम में बेसहारों को सहारा मिल सके।