महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष ने दिया रूसा और नैक समन्वयक पद से इस्तीफा

सामूहिक इस्तीफा पत्र पर कई शिक्षकों ने हस्ताक्षर भी कर दिया है। ऐसे शिक्षक विश्वविद्यालय प्रशासन का रूख देख रहे हैं। सप्ताहभर में आरोपी छात्रों पर कोई ठोस कार्रवाई न होने पर शिक्षक सामूहिक रूप से अतिरिक्त पदों पर इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 05:08 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 05:08 PM (IST)
महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष ने दिया रूसा और नैक समन्वयक पद से इस्तीफा
सामूहिक इस्तीफा पत्र पर कई शिक्षकों ने हस्ताक्षर भी कर दिया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रोफेसर के संग अभद्रता के मामले में आरोपी छात्रों पर अब तक काेई कार्रवाई न होने से महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षकों में जबर्दस्त रोष है। इससे नाराज वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. केएस जायसवाल ने रूसा व नैक समन्वयक पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं करीब एक दर्जन शिक्षकों ने मूल दायित्व को छोड़कर अतिरिक्त पदों पर सामूहिक इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। सामूहिक इस्तीफा पत्र पर कई शिक्षकों ने हस्ताक्षर भी कर दिया है। ऐसे शिक्षक विश्वविद्यालय प्रशासन का रूख देख रहे हैं। सप्ताहभर में आरोपी छात्रों पर कोई ठोस कार्रवाई न होने पर शिक्षक सामूहिक रूप से अतिरिक्त पदों पर इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।

शिक्षकों का कहना है कि आराेपी छात्रोंं पर कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो छात्रों को नोटिस देकर कोरम पूरा किया है। यही नहीं इस प्रकरण को लटकाने के लिए जांच समिति गठित कर दी गई है। जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन के बाद साक्ष्य के तौर पर सीसी कैमरे का फुटेज भी है। इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन आरोपी छात्रों पर कार्रवाई करने पर हीलाहवाली कर रहा है। इससे छात्रों का मनोबल जहां बढ़ रहा है वहीं शिक्षकों का मनोबल गिर रहा है। परिसर में आरजकता का माहौल बना हुआ है। परिसर में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है।

उधर चीफ प्राक्टर प्रो. निरंजन सहाय ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई न करने की बात खारिज की है। कहा कि प्रोफेसर के संग नोक-झोंक व धक्का-मुक्की के मामले में गणेश राय व प्रभु पटेल को 15 नवंबर को ही नोटिस दी जा चुकी है। इसमें दोनों आरोपी छात्रों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं पूरे प्रकरण की जांच भी कराई जा रही है। स्पष्टीकरण आने के बाद आरोपी छात्रों के खिलाफ निष्कासन या निलंबन भी किया जा सकता है। कहा कि अनुशासन हीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे छात्राें को चिन्हित किया जा रहा है ताकि कुछ और छात्रों को नोटिस दिया जा सके।

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