सोनभद्र में उभ्भा नरसंहार के बरसी की तैयारी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पहुंचने की सूचना पर खुफिया तंत्र अलर्ट
सोनभद्र के उभ्भा नरसंंहार की पहली बरसी की पूर्व संध्या पर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गांव पहुंचकर पीडि़त परिवारों से मुलाकात करेंगे और श्रद्धांजलि देंगे।
सोनभद्र, जेएनएन। उभ्भा नरसंंहार की पहली बरसी की पूर्व संध्या पर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू उभ्भा गांव पहुंचकर पीडि़त परिवारों से मुलाकात करेंगे और श्रद्धांजलि देंगे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के यहां आने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला चौकन्ना है। विदित हो कि भूमि विवाद को लेकर 17 जुलाई 2019 को 11 ग्रामीणों की हत्या कर दी गई थी। इस वारदात के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा उभ्भा पहुंच कर पीडि़त परिवार से मुलाकात और आर्थिक मदद भी की थीं।
दूसरी तरफ आदिवासी 17 जुलाई को बरसी मनाने की तैयारी में हैं। साथ ही मृतकों की याद में स्मारक बनाने व शहीद का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर आवाज बुलंद करने की बात कही जा रही है। हालांकि प्रशासन इसकी इजाजत देने को तैयार नहीं है। पुलिस की चिंता कई पहलुओं को लेकर है। कोरोना संक्रमण काल के दौरान बरसी पर बाहर से कुछ राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं की जुटान से घटना पर दोबारा राजनीति रंग चढ़ाया जा सकता है। पुलिस-प्रशासन इसको लेकर पूरी तरह मुस्तैद है। आला अधिकारियों ने 14 जुलाई को ग्रामीणों से किसी भी तरह के आयोजन न करने की अपील की है। साथ ही धारा-144 का भी हवाला दिया है। वहीं खुफिया तंत्र अलर्ट है और पल-पल की रिपोर्ट से अफसरों को अपडेट कर रहा है।
उभ्भा में आज पहुंचेंगे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में भूमि विवाद को लेकर 17 जुलाई 2019 को 11 लोगों की हत्या की पहली बरसी के पूर्व संध्या पर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू गांव के पीडि़त परिवार से मुलाकात करेंगे। वहां श्रद्धांजलि देंगे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के उभ्भा पहुंचने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला पूरी तरह से चौकन्ना हो गया है। विदित हो कि उभ्भा नरसंहार के बाद इस मामले को सबसे अधिक कांग्रेस के आला कमान ने ही उठाया था। घटना स्थल पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उप्र प्रभारी प्रियंका गांधी ने उभ्भा पहुंच कर पीडि़त परिवार से मुलाकात भी किया था और उन्हे आर्थिक मदद भी किया था। घटना के कुछ दिन बाद स्थानीय युवा राजाराम रामराज सिंह गोंड़ को पार्टी का जिलाध्यक्ष भी बना दिया था।
यह था मामला
घोरावल तहसील क्षेत्र के मूर्तिया ग्राम पंचायत के उभ्भा गांव में आदर्श सोसायटी की करीब 1200 बीघा जमीन पर लंबे समय से स्थानीय आदिवासी खेती कर रहे थे। इस दौरान कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से मूर्तिया के प्रधान यज्ञदत्त सिंह ने 120 बीघा जमीन की रजिस्ट्री रिश्तेदारों के नाम करवा ली। जमीन पर कब्जा लेते प्रधान समर्थकों व आदिवासियों में मारपीट शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि इसमें 11 लोग मारे गए थे।