वाराणसी में गंगा की लहरों पर सीएनजी बोट लाइब्रेरी संचालन की तैयारी शुरू, शासन ने मांगा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट
गंगा की लहरों पर सीएनजी बोट लाइब्रेरी संचालन की दिशा में कदम बढऩे लगे हैं। लाइब्रेरी का स्वरूप तय हो गया है। बोट का नब्बे फीसद हिस्सा पूरी तरह कवर होगा। इसमें कला संस्कृति व साहित्य की पुस्तकें रहेंगी। यह गंगा में अस्सी दशाश्वमेध से राजघाट तक नियमित संचालित होगा।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। गंगा की लहरों पर सीएनजी बोट लाइब्रेरी संचालन की दिशा में कदम बढऩे लगे हैं। लाइब्रेरी का स्वरूप तय हो गया है। बोट का नब्बे फीसद हिस्सा पूरी तरह कवर होगा। इसमें कला, संस्कृति व साहित्य की पुस्तकें रहेंगी। साथ ही यह गंगा में अस्सी दशाश्वमेध से राजघाट तक नियमित संचालित होगा। बोट पूरी तरह काशी की कला व संस्कृति के रंगों से सजाया संवारा जाएगा। शासन ने जिलाधिकारी के प्रस्ताव के बाद कमेटी के माध्यम से इस बाबत डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगी है।
कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई बैठक, नोडल अधिकारी नामित
कमिश्नर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को नौ सदस्यीय कमेटी की बैठक हुई। इसमें कमिश्नर ने शासन के निर्देश के क्रम में डिटेल रिपोर्ट बनाने के लिए संयुक्त शिक्षा अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया। कहा कि प्रस्ताव बनाकर दें ताकि समय से शासन को भेजकर इस पर सहमति लेकर कार्य शुरू कराया जाए। कमेटी की बैठक में सभी अधिकारी मौजूद रहे।
कमेटी में ये अधिकारी मौजूद
शासन के निर्देश पर गठित कमेटी के अध्यक्ष कमिश्नर हंै। इसके अलावा इस कमेटी में जिलाधिकारी, वीडीए उपाध्यक्ष, नगर आयुक्त, संयुक्त शिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक, फाइनेंस कंट्रोलर, माध्यमिक शिक्षा विभाग के एकाउंट अफसर तथा पुस्तकालयध्यक्ष शामिल हैं। शुक्रवार की बैठक में सभी अधिकारी मौजूद रहे।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
पर्यटकों को लुभाने व सुकून का माहौल देने तथा युवाओं में अध्ययन के प्रति रुचि पैदा करने के उद्देश्य से इस लाइब्रेरी के संचालन की बात कही जा रही है। बताया जा रहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की ओर से भी इसकी इच्छा जाहिर की गई थी। इसी क्रम में इस दिशा में प्रशासन की ओर से पहल की गई।
पर्यटकों को लुभाने व सुकून का माहौल देने तथा युवाओं में अध्ययन के प्रति रुचि पैदा करने के उद्देश्य से शीघ्र ही गंगा की अविरल धारा पर तैरती हुई लाइब्रेरी नजर आएगी। शासन के निर्देश के क्रम में एक नाव पर इस लाइब्रेरी के संचालन की तैयारी है। नाव को दो मंजिला आकार दिया जाएगा। नाव पूरी तरह प्रदूषणमुक्त होगी यानी सीएनजी से संचालित होंगी। वाई-फाई से लैस नाव फिलहाल गंगा की लहरों पर तय दशाश्वमेध से अस्सी घाट तक दौड़ती रहेगी। एक साल तक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसको संचालित करने की योजना है। पर्यटकों को पंसद आने पर चुनिंदा सभी घाटों पर इस तरह की एक-एक लाइब्रेरी संचालित करने की योजना है।