Navratri 2020 : छोटे पंडाल और भव्य स्वरूप संग वाराणसी में नवरात्र की तैयारी, कोविड-19 के निर्देशों पर ध्यान

वाराणसी में पूजा समितियों ने मानक के अनुरूप पूजा पंडाल बनाने का काम शुरू कर दिया था जिसकी तैयारी अब अंतिम दौर में चल रही है। जिला प्रशासन के आदेशानुसार पांच फीट की प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए पूजा समितियों को अनुमति मिली है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 09:52 AM (IST)
Navratri 2020 : छोटे पंडाल और भव्य स्वरूप संग वाराणसी में नवरात्र की तैयारी, कोविड-19 के निर्देशों पर ध्यान
पूजा समितियों ने मानक के अनुरूप पूजा पंडाल बनाने का काम अब अंतिम दौर में चल रही है।

वाराणसी, जेएनएन। जिला प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद पूजा समितियों ने मानक के अनुरूप पूजा पंडाल बनाने का काम शुरू कर दिया था, जिसकी तैयारी अब अंतिम दौर में चल रही है। हर वर्ष की तरह इस बार सड़कों पर पंडाल नहीं बन रहे हैं और न ही भव्य रूप में सजावट हो रही है। कई पूजा समितियों ने अपने स्थान में परिवर्तन भी कर दिया है। गली व सड़क से थोड़ी दूर पर बनाए जा रहे छोटे पंडालों को आकर्षक रूप देने का प्रयास चल रहा है। अब नवरात्र की धूम मचने लगी है। वहीं पहले दिन से पूजनोत्सव मनाने वाली समितियों की ओर से शहर के छह पंडालों में प्रतिपदा को ही प्रतिमाएं स्थापित कर दी गई थीं। दूसरी ओर देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है।

प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे मूर्तिकार

जिला प्रशासन के आदेशानुसार पांच फीट की प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए पूजा समितियों को अनुमति मिली है। कम समय में आर्डर की डिलीवरी करने का जिम्मा उठाए मूर्तिकार इन दिनों दिन-रात काम कर रहे हैं। शहर के देवनाथपुरा, खोजवां स्थित कारखानों में मूर्तिकार ज्यादा से ज्यादा मजदूर लगाकर काम करवा रहे हैं। कारण कि ज्यादातर पूजा पंडालों में नवरात्र पंचमी यानी बुधवार रात तक प्रतिमाएं रखी जाएंगी। ऐसे में मूर्तिकार सभी प्रतिमाओं को तैयार कर लेने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

बंगीय समाज के पूजा पंडालों में आज स्थापित होंगी प्रतिमाएं

वाराणसी दुर्गोत्सव सम्मेलन के अध्यक्ष देवाशीष दास ने बताया कि बंगीय समाज की परंपरा के अनुसार नवरात्र पंचमी पर पंडालों में प्रतिमा स्थापित कर दी जाती है। षष्ठी के दिन से पूजा की शुरुआत हो जाती है।

पांडेयपुर में फ्लाई ओवर के नीचे बन रहा पंडाल

लायंस क्लब सोसाइटी दुर्गापूजा समिति द्वारा हर वर्ष पांडेयपुर चौराहे पर पंडाल सजाया जाता था। इस बार जिला प्रशासन द्वारा सड़क पर पूजा पंडाल बनाने की अनुमति नहीं मिलने पर स्थान परिवर्तन करके पांडेयपुर फ्लाईओवर के नीचे छोटा सा पंडाल सजाया जा रहा है। इसमें एक तरफ से प्रवेश करना है तो दूसरी तरफ से बाहर निकलने का रास्ता है।

खराब सड़क को लेकर अर्दली बाजार पूजा समिति के पदाधिकारियों में आक्रोश

न्यू डिलाइट क्लब दुर्गापूजा समिति अर्दली बाजार का भी पूजा पंडाल तैयार हो रहा है। यहां स्थान तो परिवर्तित नहीं किया गया है, लेकिन जिस गली में पंडाल हर वर्ष सजाया जाता था उस गली को विकास कार्य के नाम पर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। जिससे पूजा समिति के अध्यक्ष मनोज रावत व अन्य पदाधिकारी आक्रोशित हैं। कहा कि इस गली में आइपीडीएस योजना के तहत केबल डाला गया उसके बाद यहां के पत्थरों को कार्यदायी संस्था के लोग ऐसे ही छोड़कर चले गए। अब यहां पंडाल का निर्माण हो रहा है। दर्शन के लिए आने-वाले श्रद्धालुओं को टूटी सड़कों के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। उधर शिवाला स्थित राजा चेतङ्क्षसह किले में भी पूजा पंडाल बनना शुरु हो गया है।

जयापुर में स्थापित हुई मां की प्रतिमा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श गांव जयापुर में नवयुवक दुर्गापूजा समिति द्वारा पूजा पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। यहां अब श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।

अभी भी कई पूजा समितियों को चक्कर लगवा रहे हैं थानेदार

केंद्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष तिलकराज मिश्रा ने बताया कि चेतगंज, पिपलानी, जगतगंज और सिगरा क्षेत्र में बनने वाले पूजा पंडालों के लि एसमितियों को क्षेत्र के थानेदार नवरात्र के चौथे दिन तक अनुमति नहीं दिए। पूजा समितियां थाने से लेकर कचहरी तक दौड़ लगा रही हैं। समितियों का कहना है कि अनुमति नहीं दी गई तो पूजा स्थगित कर देंगे।

आज फिर होगी बैठक

मंत्री नीलकंठ तिवारी बुधवार को बनारस की पूजा समितियों की समस्याओं से रू-ब-रू होने के लिए वेबिनार करेंगे। इसकी अध्यक्षता केंद्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष करेंगे।

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