'प्रेम से बोलो जय माता दी' से गूंज उठा काशी क्षेत्र, देवी प्रतिमाओं का नदियों और नहराें में विसर्जन
देवी दुर्गा की प्रतिमा का नदियों और नहरों में विर्सजन शुरू कर दिया। रविवार की सुबह से ही आस्थावानों ने पंडालों से देवी दुर्गा सहित अन्य प्रतिमाओं की झांकी सजाकर प्रेम से बोलो जय माता दी का नारा लगाते हुए मां को अगले बरस आने के लिए विदायी दी।
वाराणसी, जेएनएन। नवरात्र की नवमी के बीतने के साथ ही दशमी की तिथि शुरू होते ही आस्थावानों ने पंडालों में विराजीं देवी दुर्गा की प्रतिमा का नदियों और नहरों में विर्सजन शुरू कर दिया। रविवार की सुबह से ही आस्थावानों ने पंडालों से देवी दुर्गा सहित अन्य प्रतिमाओं की झांकी ट्रकों और ट्रैक्टरों पर सजाकर 'प्रेम से बोलो जय माता दी' का नारा लगाते हुए मां को अगले बरस आने के लिए विदायी दी।
जगह जगह पंडालों में सुबह हवन पूजन करने के साथ ही देवी प्रतिमाओं की आरती की गई। आस्था की कतार देवी पंडालों में उमड़ी तो दर्शन पूजन के बाद देवी की प्रतिमा का विसर्जन का क्रम भी शुरू हो गया। अंचलों में जहां देवी प्रतिमाओं का विसर्जन नहरों में किया गया वहीं नदियों के किनारे भ्ाी देवी प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हुआ जो देर शाम तक जारी रहा।