'हे पिता मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में अर्पण करता हूं...,गुड फ्राइडे पर हुईं विशेष प्रार्थना सभाएं

गुड फ्राइडे पर प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हुए शुक्रवार को मसीही समाज ने गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना की।

By Vandana SinghEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 06:20 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 07:26 PM (IST)
'हे पिता मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में अर्पण करता हूं...,गुड फ्राइडे पर हुईं विशेष प्रार्थना सभाएं
'हे पिता मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में अर्पण करता हूं...,गुड फ्राइडे पर हुईं विशेष प्रार्थना सभाएं

वाराणसी, जेएनएन। गुड फ्राइडे पर प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हुए शुक्रवार को मसीही समाज ने गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना की। वहीं क्रूस यात्रा भी निकाली गई, जिसमें प्रभु यीशु के सात वचनों को दोहराया गया। गिरजाघरों में सुबह से ही प्रार्थना सभाओं का दौर शुरू हुआ। प्रभु यीशु ने मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया था, जिसकी याद में पूरे दिन विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित होती रहीं। पादरियों ने यीशु को सूली पर चढ़ाए जाने के दौरान उनके द्वारा दिये गए सात वचनों का संदेश सुनाया। इस दौरान प्रार्थना और विशेष गीतों का क्रम भी चलता रहा।

सेंट मेरीज चर्च में फादर यूजीन जोसफ, लाल गिरजाघर में रेव्ह. संजय दान, सेंट पॉल चर्च सिगरा में रेव्ह. सैम जोशुआ सिंह, सेंट थॉमस चर्च गोदौलिया में रेव्ह न्यूटन स्टीफंस, बेथेल फुल गॉस्पल चर्च महमूरगंज में रेव्ह अरविंद थॉमस, चर्च ऑफ बनारस में रेव्ह बेन जॉन, सीएनआइ तेलियाबाग चर्च में रेव्ह आदित्य कुमार व ईसीआइ चर्च में रेव्ह नवीन जॉय की अगुआई में प्रार्थना सभाएं संपन्न हुईं।

उस पीड़ा को किया महसूस

- वर्षों पहले इंसानियत के दुश्मनों ने तमाम यातनाएं देने के साथ ही प्रभु यीशु को सलीब (क्रूस) पर चढ़ाया था। उस घटना को याद करते हुए दोपहर बाद छावनी क्षेत्र स्थित सेंट मेरीज महागिरजा परिसर में क्रूस यात्रा निकाली गई। प्रभु यीशु को मिली उस यातना को शिद्दत से महसूस कर हर एक आंख नम हो उठी। इस दौरान विशेष भक्ति गीत गाए गए।

कल मनाया जाएगा ईस्टर

- सलीब पर चढ़ाए जाने की घटना के तीसरे दिन प्रभु यीशु जी उठे थे। इस समूची घटना को याद करते हुए मसीही समाज रविवार को प्रभु के जी उठने की खुशियां ईस्टर (पुनरुत्थान दिवस) के रूप में मनाएगा। भोर में लोग अपने हाथों में कैंडल लेकर गीत गाते हुए चर्च पहुंचेंगे। इस दौरान गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का भी आयोजन होगा। लोग एक दूसरे को ईस्टर बन खिलाकर शुभकामनाएं देंगे।

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