प्रयागराज मुठभेड़ कांड : भदोही के टाॅप टेन सूची में शामिल था वकील और अमजद का नाम, छह माह से थी तलाश
माफिया मुन्ना बजरंगी एवं दिलीप मिश्रा गैंग का कुख्यात शार्प शूटर एवं पचास हजार का इनामिया बदमाश वकील पाण्डेय और उसका साथी हिस्ट्रीशीटर अमजद ऊर्फ पिंटू प्रयागराज में पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गए। जुलाई 2020 में कालीन नगरी को भी दहलाने की साजिश रची थी
भदोही, जेएनएन। माफिया मुन्ना बजरंगी एवं दिलीप मिश्रा गैंग का कुख्यात शार्प शूटर एवं पचास हजार का इनामिया बदमाश वकील पाण्डेय उर्फ राजीव पाण्डेय उर्फ राजू और उसका साथी हिस्ट्रीशीटर अमजद ऊर्फ पिंटू प्रयागराज में पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गए। इसकी जानकारी होते ही जहां पुलिस ने राहत की सांस ली तो वहीं चट्टी- चौराहों पर उनके आपराधिक घटनाओं की चर्चा तेज हो गई। दोनों अपराधी भदोही पुलिस की टाप टेन सूची में शामिल थे। जुलाई 2020 में कालीन नगरी को भी दहलाने की साजिश रची थी तब से पुलिस उनके तलाश में जुटी थी।
भदोही पुलिस की टाप टेन सूची में वकील पांडेय, अमजद के अलावा मीरजापुर के बर्जी गांव निवासी पिंटू उपाध्याय, जरनैल सिंह,संतोष उपाध्याय, महाकाल, खल्ला पासी, महेंद्र बिंद, रामचंद्र मौर्य और प्रमोद सिंह आदि का नाम शामिल है। अमजद और वकील मिलकर वर्ष 2011 में भदोही के कालीन निर्यातक हाजी सुहैल अंसारी को गोली मारकर दो लाख लूट लिए थे। दोनों शार्प शुटरों ने जिले में इस पहली घटना को अंजाम दिए थे। पिंटू उपाध्याय पर भी मीरजापुर में 50 हजार का इनाम है। एक लूट के मामले में गोपीगंज पुलिस को उसकी तलाश में जुटी हुई है। अमजद और पिंटू उपाध्याय मिलकर प्रयागराज में तिहरे हत्याकांड को अंजाम दे चुके हैं। वकील पांडेय बहुत ही शार्प माइंड का आपराधी था। सुपारी लेकर हत्या करता था।
कभी-कभी आते थे घर, वाराणसी में बनाए थे ठिकाना
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के छतमी गांव के सहसराम पांडेय के तीन पुत्रों में वकील पांडेय सबसे छोटा था। इन दिनों वह गोपीगंज के बड़े शिव मंदिर के पास घर बनाकर रहते थे। हिस्टीशीटर अमजद उर्फ अंगद उर्फ पिंटू पुत्र हफीजउल्ला निवासी रामसहायपुर, भदोही का रहने वाले थे। वह कभी-कभी घर आते थे। दोनों बदमाश वाराणसी में ही अपना ठिकाना बनाए थे।