डोप में फंसे खिलाडिय़ों की अपील पर फैसला देंगी प्रशांति सिंह, वाराणसी की बेटी को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
पद्मश्री से सम्मानित देश की पहली महिला बास्केटबाल खिलाड़ी प्रशांति सिंह को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए उन्हें राष्ट्रीय एंटी डोपिंग एजेंसी के अपील पैनल में शामिल किया गया है। नाडा (नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी) द्वारा उन्हें दो साल के लिए पैनल में स्थान दिया गया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। पद्मश्री से सम्मानित देश की पहली महिला बास्केटबाल खिलाड़ी प्रशांति सिंह को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए उन्हें राष्ट्रीय एंटी डोपिंग एजेंसी के अपील पैनल में शामिल किया गया है। नाडा (नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी) द्वारा उन्हें दो साल के लिए पैनल में स्थान दिया गया है, जहां वह विधि विशेषज्ञ, खेल वैज्ञानिक, डाक्टरों के साथ स्पोट्र्स मेंबर के रूप में डोप में फंसे खिलाडिय़ों की अपील पर फैसला देंगी।
'खेलो इंडिया अभियान से वर्ष 2018 से जुड़ी प्रशांति सिंह भारत सरकार द्वारा अखिल भारतीय खेल परिषद (आल इंडिया स्पोट्र्स काउंसिल) में नामित पहली बास्केटबाल खिलाड़ी हैैं। 'सिंह सिस्टर्स के नाम से देश-दुनिया में अपने हौसले और हुनर का जलवा दिखाने वाली काशी की चार खिलाड़ी बहनों में प्रशांति तीसरे नंबर की हैैं। उनकी बहन प्रतिमा सिंह की शादी क्रिकेटर ईशांत शर्मा से हुई है। वह देश की पहली महिला खिलाड़ी हैैं जिन्होंने कामनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और सात एशियन बास्केटबाल चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी वाराणसी में खेल और खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के संबंध में प्रशांति से बात भी की थी। जागरण से विशेष बातचीत में प्रशांति सिंह ने कहा कि शहर छोटा हो या बड़ा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। बस खिलाड़ी का हौसला बड़ा होना चाहिए। नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी में नई जिम्मेदारी मिली है, जिसे बखूबी निभाऊंगी।
प्रशांति सिंह को मिले सम्मान
- पद्मश्री सम्मान- 2019
- अर्जुन अवार्ड - 2017
- रानी लक्ष्मी बाई वीरता पुरस्कार (खेल) - 2016-17
- 22 मेडल नेशनल गेम्स में
काशी के लोगों के स्नेह से मुझे सदैव आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है
बाबा विश्वनाथ की कृपा और काशी के लोगों के स्नेह से मुझे सदैव आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। बहुत जिम्मेदारी का काम सौंपा गया है। मेरा 17 साल का खेल करियर बेदाग रहा। शायद इसी वजह से मुझे चुना गया है। युवा खिलाडिय़ों को डोपिंग के नियमों की भी जानकारी रखनी चाहिए। इससे उन्हेंं बेवजह परेशान नहीं होना होगा और वे खेल पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
-प्रशांति सिंह, अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाल खिलाड़ी