आय बढ़ाने के लिए डाक विभाग प्रतिष्ठित संस्थानों व व्यक्ति का बेचेगा टिकट, जौनपुर में हो रही तैयारी
जौनपुर में डाक विभाग के कस्टमाइज्ड माई स्टैंप योजना के तहत डाक टिकट जारी करने के क्रम में विभाग अपनी आय बढ़ाने के साथ ही प्रतिष्ठित संस्थानों का टिकट भी बेचेगा। कोई भी प्रतिष्ठित संस्थान स्वतंत्रता सेनानी व प्रतिष्ठित व्यक्ति के नाम पर डाक विभाग से टिकट छपवा सकता है।
जौनपुर, जेएनएन। डाक विभाग के कस्टमाइज्ड माई स्टैंप योजना के तहत डाक टिकट जारी करने के क्रम में विभाग अपनी आय बढ़ाने के साथ ही प्रतिष्ठित संस्थानों का टिकट भी बेचेगा। नई व्यवस्था के तहत कोई भी प्रतिष्ठित संस्थान, स्वतंत्रता सेनानी व प्रतिष्ठित व्यक्ति के नाम पर डाक विभाग से टिकट छपवा सकता है। इसके लिए संबंधित व्यक्ति व संस्थान को डाक विभाग को उतनी धनराशि देनी होगी। टिकट छपने के बाद विभाग उस टिकट को हर जगह जारी करके उसकी बिक्री भी करेगा। इससे उस संस्थान का जहां प्रचार-प्रसार होगा वहीं डाक विभाग अपनी आय करने के बाद संबंधित संस्थान को उसका पैसा भी लौटा देगा।
कस्टमाइज्ड माई स्टैंप योजना के तहत ऐतिहासिक प्रतिष्ठानों जैसे विश्वविद्यालयों, कालेजों, स्वत्रंत्रता सेनानियों के नाम का डाक टिकट प्रकाशित किया जाएगा। इसमें संस्था द्वारा अर्जित ऊंचाइयों व इसके स्वर्णिम इतिहास को संजोने का प्रयास होगा। इसके साथ ही संस्थान की तरफ से भव्य समारोह का आयोजन भी किया जाता है। इसमें स्मृति चिह्नों के माध्यम से प्रतिष्ठानों के गौरवशाली इमारतों व शताब्दी उत्सव के प्रतीक चिह्न का चित्रण किया जाता है। इसमें निर्धारित धनराशि के हिसाब से इसकी छपाई की जाएगी। इसके बाद इसको पूरे देश के डाकघरों में बेचकर मूल धन निकालकर संस्थान को वापस लौटा दिया जाएगा। इसके लिए फाइल तैयार करके विभागीय स्तर पर शासन को भेजा जाएगा। जिसमें यह देखा जाएगा कि संबंधित व्यक्ति व संस्थान की छवि साफ-सुथरी रहे। अनुमति मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी 25 नवंबर को लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के अवसर टिकट जारी किया गया था। इसको प्रधानमंत्री ने वर्चुअली लांच किया था।
बोले जिम्मेदार...
इस बाबत डाक अधीक्षक राम मिलन ने बताया कि कस्टमाइज्ड माई स्टैंप योजना के तहत ऐतिहासिक प्रतिष्ठानों का डाक टिकट जारी किया जा सकता है। इसके साथ जहां डाक विभाग की आय बढ़ेगी, वहीं संबंधित संस्थानों का प्रचार-प्रसार भी होगा।