डाक विभाग तैयार कर रहा फाइव स्टार वाले गांव, जौनपुर में 65 गांवों में से 43 में योजनाओं का हुआ क्रियान्वयन

अभी तक फाइव स्टार वाले होटल का नाम सुना होगा लेकिन डाक विभाग जिले में फाइव स्टार वाले गांव तैयार कर रहा है। विभाग की तरफ से जिले के 21 ब्लाकों के 65 गांवों को चिन्हित किया गया है जिसमें विभाग की चलने वाली पांच योजनाओं से लाभान्वित करना है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 10:18 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 10:18 PM (IST)
डाक विभाग तैयार कर रहा फाइव स्टार वाले गांव, जौनपुर में 65 गांवों में से 43 में योजनाओं का हुआ क्रियान्वयन
डाक विभाग की योजनाओं से गांव को किया जा रहा संतृप्त

जागरण संवाददाता, जौनपुर। अभी तक फाइव स्टार वाले होटल का नाम सुना होगा, लेकिन डाक विभाग जिले में फाइव स्टार वाले गांव तैयार कर रहा है। विभाग की तरफ से जिले के 21 ब्लाकों के 65 गांवों को चिन्हित किया गया है, जिसमें डाक विभाग की चलने वाली पांच योजनाओं से सभी को लाभान्वित करना है। इसमें से अब तक 43 ऐसे गांव है जो एक से फाइव स्टार की श्रेणी में शामिल हो चुके हैं तो अन्य में काम किया जा रहा है।

डाक विभाग अपनी योजनाओं को ज्यादातर आमजन को लाभान्वित करने के लिए 65 गांवों का चयन किया है। इसके तहत एक स्टार से लेकर फाइव स्टार तक की योजनाओं की श्रेणी तय कर रखी है, जिसके हिसाब से उन गांवों को स्टार का तमगा दिया जा रहा है।

डाक विभाग की इन योजनाओं से करना है संतृप्त

सुकन्या समृद्धि खाता, वीपीएफ, आइपीपीबी से लिंक पीओएसए, पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस, रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, एसवी, आरडी, टीडी, एमआईएस, एनएससी। अभीतक नौ गांवों को इस कड़ी में शामिल कर लिया गया है, जिसमे सारीजहांगीर पट्टी, पहलमापुर, कोहड़ा सुल्तानपुर, मर्दही, मलाई, मलिकानपुर, गोपालपुर, अनचाओ, कुंवरपुर गांव शामिल है।

इन 43 गांवों में योजना के हिसाब से मिले स्टार

वन-स्टार वाले 12, टू-स्टार वाले 10, थ्री-स्टार वाले तीन, फोर-स्टार वाले नौ, फाइव स्टार वाले नौ गांव है।

65 गांवों को फाइव स्टार बनाने का निर्देश दिया गया है

विभागीय निर्देश के हिसाब से डाक विभाग की योजनाओं को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही 65 गांवों को फाइव स्टार बनाने का निर्देश दिया गया है, जिसमें हर घर में सभी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा सकता। इस वजह से काफी गांवों को फाइव स्टार गांव बनाने में समय लग रहा है।

-पीसी तिवारी, डाक अधीक्षक, प्रधान डाकघर।

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